भोपाल, अक्टूबर 2013/ विधानसभा निर्वाचन 2013 के लिए मतदान दलों सहित अन्य निर्वाचन कार्यों में अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के संबंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा कि ट्रेनिंग सभी को दी जाये। निर्वाचन ड्यूटी के लिए जो अधिकारियों-कर्मचारियों का डाटाबेस तैयार किया गया है और जिस ड्यूटी के लिए जिस अधिकारी-कर्मचारी को नियत किया गया है उसके लिए प्रशिक्षण अवश्य दिलाया जाये। यह सही है कि सभी की ड्यूटी नहीं लगना है परंतु यह भी जरूरी है कि आवश्यकता पड़ने पर किसी की भी सेवायें ली जा सकती हैं इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित होना जरूरी है। इन प्रशिक्षितों में से ही ड्यूटी लगाई जायेगी।
कलेक्टर ने कई कार्यालय प्रमुखों द्वारा उनके कार्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों की बिना पुष्टि किए मतदाता सूची में नाम और इपिक नंबर दिए जाने पर नाराजी व्यक्त की। कुछ के नाम और इपिक नंबर मतदाता सूची से मिलान नहीं कर रहे हैं। यह उनके पहले के मतदाता सूची के नाम और नंबर है जबकि नवीन मतदाता सूची के अनुसार नहीं हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा बताया गया कि कुछ कार्यालय प्रमुखों द्वारा यह गलती की गई है। ऐसे कार्यालय प्रमुखों को चेतावनी भरा पत्र देने के लिए कहा।
श्री वरवड़े ने अधिकारियों से कहा कि वह जिले में तैनात सेना, सीआरपीएफ, आरपीएफ, सीआईएसएफ, आदि के सेवारत सैन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संबंध में इस बात को सुनिश्चित करें कि उनका नाम मतदाता सूची में हो। यह या तो उनके मूल निवास स्थान की मतदाता सूची में हो अथवा भोपाल जिले की मतदाता सूची में नाम हो। जिनका नाम अभी तक मतदाता सूची में नहीं है और वह जिले में पदस्थ हैं उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने के लिए कार्रवाई की जाये।