भोपाल, मई 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन के पिंगलेश्वर गाँव में जय गुरूदेव बाबा उमाकांत महाराज के सत्संग में शामिल हुए। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार सन्त-मत की शिक्षाओं से प्रेरित है। सन्त-मत की गौ-हत्या पर प्रतिबंध की माँग के अनुसार ही प्रदेश में गौ-वंश हत्या पर प्रतिबंध है। इस संबंध में कानून बनाकर कड़ी सजा का प्रावधान रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने रामचरित मानस की चौपाई के हवाले से कहा कि बिना सत्संग के विवेक सुलभ नहीं होता और राम की कृपा के बिना सत्संग सुलभ नहीं होता। राज्य सरकार की नीतियाँ इसकी साक्षी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शराब के नये कारखाने प्रदेश की धरती में नहीं खोले जाने का दृढ़-संकल्प लिया है। न केवल गौ-माता अपितु समूचे गौ-वंश की हत्या और परिवहन पर कड़ा कानून बनाया है। प्रदेश में मांस के निर्यात के लिये भी कोई कारखाना नहीं खोला जा सकता।
मुख्यमंत्री ने जन-मानस से सदाचारी और परोपकारी बनने का आव्हान करते हुए कहा कि सनातन धर्म हमें प्रकृति और सभी जीव-जन्तुओं के संरक्षण की राह दिखाता है। सभी जीवों में परमात्मा का अंश है। ऐसे में उनकी हत्या करना और मांसाहार अपनाना सनातन मान्यताओं के विरुद्ध है। हमारा शरीर भी शाकाहार हेतु बना है। हमें इसके प्रचार में संकोच नहीं करना चाहिये।
कार्यक्रम को उमाकान्त महाराज ने भी सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने पंथ-प्रमुख बाबा उमाकान्त महाराज की कुटिया में जाकर आशीर्वाद भी लिया।
उज्जैन के विश्व-प्रसिद्ध 84 महादेव मन्दिर में से एक पिंगलेश्वर महादेव के आँगन में आयोजित इस सत्संग में लघु-सिंहस्थ का दृश्य था। विभिन्न प्रान्त से आये हजारों सत्संगी यहाँ श्रद्धाभाव से उपस्थित थे। तीन दिनी नामदान समारोह के लिये सत्संगियों की श्रद्धा देख मुख्यमंत्री भी अभिभूत हुए और कहा कि ऐसी जनमेदिनी का दर्शन कर वे भी निहाल महसूस कर रहे हैं। खेतों में दूर तक फैले डेरे और पड़ाव अलग छवि प्रस्तुत कर रहे थे।