ग्‍वालियर, दिसंबर 2012/ राज्यपाल रामनरेश यादव ने कहा कि शिक्षा में निरंतर शोध की आवश्यकता है। शोध के निष्कर्षों को अमल में लाने से देश की उन्नति होगी। उन्होंने किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान पर जोर दिया। श्री यादव प्रेस्टिज इन्स्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट ग्वालियर में अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

श्री यादव ने कहा कि उच्च शिक्षा, प्रबंधन एवं तकनीकी आदि क्षेत्रों में निरंतर शोध की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शोध के जरिये ही व्यवहारिक ज्ञान हासिल होता है। शोध के परिणामस्वरूप औद्योगिक इकाइयाँ कम लागत में अधिक उत्पादन देती हैं। शोध से जो निष्कर्ष निकलता है उसके अमल से समाज और देश की उन्नति में मदद मिलती है।

राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों में अनुशासन और भाईचारे की भावना होगी तब ज्ञान का सही उपयोग हो सकेगा। देश में हरेक नागरिक का कर्त्तव्य है कि राष्ट्र की उन्नति के लिये चिंतन-मनन करे तथा देश को सर्वोपरि माने। युवा पीढ़ी से अपील की कि वे खुद को बुराइयों से दूर रखें और अपने और देश की उन्नति में सकारात्मक योगदान दें। मनुष्य को जीवन में कभी भी निराश नहीं होना चाहिये। जब नौजवान करवट लेगा तब देश की उन्नति को कोई ताकत नहीं रोक सकती है। देश में महिला सशक्तिकरण हो रहा है। लड़कियाँ विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं जो देश की प्रगति का शुभ संकेत है।

राज्यपाल ने संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए शोध आधारित पुस्तकों का विमोचन भी किया और उत्कृष्ट कार्यों तथा पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये।

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