भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य शासन विधि की मर्यादा का सम्पूर्ण निर्वहन करने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने पत्र के साथ रतलाम में हुई घटना की असम्पादित कव्हरेज की सी.डी. भेजकर आग्रह किया है कि वे निष्पक्ष निर्णय लें।

श्री चौहान ने कहा है कि खेद है कि सरासर एकतरफा तरीके से आप इस निष्कर्ष पर पहुँच गए कि यह न केवल ग्रामीण विकास मंत्रालय के दिशा निर्देशों का उल्लंघन है बल्कि मेरे विचार से, जहाँ तक संसद सदस्यों का सम्बन्ध है, यह मामला विशेषाधिकार का भी है।”

मुख्‍यमंत्री ने लिखा है कि आपके उपयोग के लिए मैं एक सी.डी. संलग्न कर रहा हूँ जो उस घटना की असंपादित कवरेज बताती है। कृपया सी.डी. स्वयं देखकर निर्णय लें कि क्या इस तरह के व्यवहार की रक्षा किसी विशेषाधिकार के जरिए हो सकती है? क्या इस तरह के असंयत आचरण के विरूद्ध किसी तरह के दिशा-निर्देश जारी करने की आवश्यकता नहीं है? हजारों करोड़ रूपये के” जिस खर्च” की चर्चा आपने अपने पत्र में की है, क्या इस तरह के वाक्प्रयोग के जरिए उस पर निगरानी रखने का दायित्व निभाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से कहा है कि जहाँ तक राज्य शासन द्वारा कार्रवाई का प्रश्न है, राज्य शासन विधि की मर्यादा का सम्पूर्ण निर्वहन करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन जिनके अमर्यादित व्यवहार को टी.व्ही. चैनलों ने सारी जनता के सामने रख दिया है, उनका आप जैसे गंभीर राजनीतिज्ञ द्वारा किया गया एंडोर्समेंट अवश्य ही भारी अंतर्वेदना पैदा करने वाला है।

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