भोपाल, अक्टूबर 2013/ मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने यहाँ वन्य-प्राणी संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 12 अधिकारियों-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया। राज्य शासन द्वारा वन्य-प्राणी संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान के लिए कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2008 से प्रारंभ इस पुरस्कार में 50 हजार की राशि दी जाती है।
वन्य-प्राणी संरक्षण पुरस्कार से तीन वर्गों में अधिकारी और कर्मचारी को नवाजा गया। वर्ग एक में वन मंडलाधिकारी, वन मंडल सागर अनिल कुमार सिंह, सहायक वन संरक्षक होशंगाबाद एस.एस.मेहता, सहायक संचालक कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला प्रकाश कुमार वर्मा और उप वन मंडलाधिकारी इंदौर अभय कुमार जैन को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह वर्ग-दो में वन क्षेत्रपाल माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी उदयभान सिंह मांझी और वन परिक्षेत्राधिकारी देवेन्द्रनगर पन्ना नरेन्द्र सिंह को और वर्ग- तीन में वनपाल वन चौकी प्रभारी बागदेव होशंगाबाद मुकेश कुमार पटेल, वन पाल माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी लक्ष्मीनारायण शाक्य, वन पाल इंदौर मानसिंह पूंजा, वन रक्षक इंदौर बृजेन्द्र सिंह तोमर, वन रक्षक झाबुआ हेमेन्द्र सिंह डिण्डोर और वन सेविका कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला कुमारी शकुन्तला धुर्वे को पुरस्कृत किया गया।
वन्य-प्राणी संरक्षण की शपथ
वन्य-प्राणी सप्ताह के समापन पर वन विहार में आयोजित समारोह में विभिन्न प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने उपस्थितों को वनों और वन्य-प्राणियों के संरक्षण के लिए कार्य करने की शपथ दिलवाई। मुख्य सचिव ने डाक विभाग की ओर से वन्य-प्राणी संरक्षण पर प्रकाशित विशेष आवरण का विमोचन किया। इसमें प्रदेश के वनों में संरक्षित शेरनी अपने चार बच्चों के साथ दिखाई गई है।
निस्वार्थ भाव से पर्यावरण संतुलन की दिंशा मे काम करने वाले साहित्य कारो ,कबियों को प्रोतसाहित किया जाय और उनका साहित्य प्रकाशित करवाया जाय ताकी वे साहित्य के माध्यम से वन्य प्राणीयों की आवश्यकता पाकृति संन्तुलन मे इनका महत्व जनमानस को समझा कर जनजाग्रति करते रहे
पंकज त्रिपाठी पन्ना हस्यकबीं पन्ना