भोपाल, जुलाई 2014/ मध्यप्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने केन्द्र सरकार द्वारा रीवा का चयन लो कास्ट एयरपोर्ट बनाने के लिये करने का स्वागत किया है। श्री शुक्ल ने कहा कि केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के इस फैसले से विंध्य अंचल को विकास के पंख लग सकेंगे। अपनी तमाम विशिष्टताओं के बावजूद रीवा सहित पूरा अंचल यातायात और संचार के सुगम साधनों के अभाव में ही अब तक विकास की अपेक्षित गति को प्राप्त नहीं कर पाया था। उल्लेखनीय है कि केन्द्र ने हाल ही में देश के 18 राज्य में 50 लो कास्ट एयरपोर्ट बनाने का फैसला लिया है। इनमें मध्यप्रदेश के रीवा, जबलपुर और ग्वालियर शामिल है।
श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि लो कास्ट एयरपोर्ट पर 4 तरह के एयरक्राफ्ट के लिये सुविधाएँ विकसित होगी। इन एयरपोर्ट का विकास चरणबद्ध होगा। यहाँ मोबाइल कन्ट्रोल टॉवर का उपयोग होगा। छोटे एयरपोर्टस पर कोई एप्रोच लाइट सुविधा नहीं होगी। सुरक्षा का जिम्मा राज्य पुलिस के पास रहेगा। आग और अन्य बचाव सेवाएँ शहर का अग्नि शमन विभाग देखेगा। एयरपोर्ट पर पदस्थ अमला बहुकार्यशील होगा। प्रमुख कार्यों के अलावा एयरपोर्ट की अन्य गतिविधियाँ आउटसोर्सिंग के माध्यम से संचालित होगी। सिर्फ सुरक्षा के दायरे में आने वाला क्षेत्र एयर कंडीशंड होगा। इन एयरपोर्ट के निर्माण में मॉड्यूलर बिल्डिंग कंस्पेट अपनाया जायेगा। टर्मिनल को पेसेंजर फ्रेंडली बनाया जायेगा। प्राकृतिक प्रकाश का अधिकतम उपयोग किया जायेगा। एयरपोर्ट पर पेसेंजर बोर्डिंग ब्रिज और एस्केलेटर, एलीवेटर आदि की सुविधाएँ नहीं होगी।
श्री शुक्ल ने कहा कि केन्द्र का यह निर्णय स्वागत योग्य है और हम अपेक्षा करते हैं कि रीवा सहित प्रदेश के सभी तीन लो कास्ट एयरपोर्ट का निर्माण अतिशीघ्र शुरू होगा।