भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये प्रदेशव्यापी अभियान चलायें। विकासखंड स्तर तक अंत्योदय मेले पूरी तैयारी के साथ आयोजित किये जायें। सुनिश्चित करें कोई भी पात्र हितग्राही सहायता से छूटे नहीं। अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें और गुंडा विरोधी अभियान लगातार जारी रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान यहाँ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कमिश्नरों तथा पुलिस महानिरीक्षकों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान मुख्य सचिव आर. परशुराम और पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये समयबद्ध शिविर लगाये जायें। इन शिविरों में राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करें। शिविरों के बारे में स्थानीय स्तर पर लोगों को जागरूक करें। बताया गया कि राजस्व समाधान शिविर दो चरण में नवम्बर और दिसम्बर माह में किये जायेंगे। पहले चरण में राजस्व निरीक्षक मंडल मुख्यालय तथा दूसरे चरण में तहसील स्तर पर ये शिविर लगाये जायेंगे। शिविरों में ग्यारह तरह के राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया जायेगा।
चौहान ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये गुंडा विरोधी अभियान लगातार जारी रखें। इस दौरान आम जनता से लगातार संवाद बनायें। महिलाओं और बेटियों से संबंधित अपराध के प्रकरणों तथा राजमार्गों पर लूट की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करें। जिन क्षेत्रों में अधिकांश संख्या में छात्र रहते हैं उनसे संवाद स्थापित कर समस्याओं का निराकरण करवायें। बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री दुबे ने बताया कि आगामी त्यौहारों के मद्देनजर प्रत्येक संभाग को अतिरिक्त बल उपलब्ध करवाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्त्योदय मेले केवल औपचारिकता बनकर नहीं रह जायें। प्रत्येक विकासखंड पर आगामी 25 अक्टूबर से एक जनवरी के बीच पूरी तैयारियों के साथ सभी विभागों के समन्वय से अंत्योदय मेले लगाये जायें। इन मेलों के माध्यम से अधिक से अधिक संख्या में हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलवायें। कोई भी पात्र हितग्राही लाभ से वंचित नहीं रहे। अंत्योदय मेलों के संबंध में अब हर माह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान जानकारी ली जायेगी। उन्होंने कहा कि इन मेलों में लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जिन अन्त्योदय मेलों में जहाँ हितग्राहियों की संख्या कम रहती है वहाँ दोबारा शिविर लगाये जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमिश्नर्स-कलेक्टर कान्फ्रेंस के निर्णयों का पालन निश्चित समय-सीमा में करवायें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी जिस स्थान पर रह रहे हैं, वहाँ उन्हें पट्टा दिलाने का अभियान संचालित करें। जिन क्षेत्रों में उद्योगों के लिये जमीन अधिग्रहीत की गई है। वहां लोगों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान करवायें। उद्योग स्थापना के लिये जिन लोगों की जमीन ली जाती है, उनके साथ न्याय हो। अवैध उत्खनन और अवैध परिवहन के मामलों में लगातार कार्रवाई करें।
कान्फ्रेंस में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में गरीब दंपतियों के अंत्योदय कार्ड बनाने का कार्य जारी है। फसल कटाई के प्रयोगों की मॉनीटरिंग की व्यवस्था की गयी है। ग्रामीण क्षेत्रों में मजरे-टोलों को राजस्व ग्रामों में बदलने की कार्रवाई भी चल रही है। वीडियो कान्फ्रेसिंग में संबंधित विभाग के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव भी उपस्थित थे।
कुपोषण का कलंक मिटाने कलेक्टरों को फ्री-हैण्ड
दो सत्र में संपन्न इस वीडियो कान्फ्रेंस के दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री ने कुपोषण, स्वास्थ्य, धान उपार्जन, रबी की तैयारियों, सिंचाई, बिजली, लोक सेवा केन्द्र, सड़क मरम्मत तथा मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण का कलंक हर हाल में मिटाना है। कमिश्नर इसमें अहम भूमिका निभायें। जिन क्षेत्रों में कुपोषण की समस्या है वहाँ गाँववार तथा परिवारों को केन्द्र बना कर अटल बाल मिशन का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाये। बैठक में बताया गया कि ऐसे क्षेत्रों में रोजगारमूलक कार्य प्रारंभ करने, परिवारों को मदद करने, डे-केयर केन्द्र खोलने सहित कुपोषण समाप्त करने के अन्य सभी उपाय करने के लिये कलेक्टरों को फ्री-हैण्ड दिया गया है। कुपोषण समाप्त करने में कहीं फंड की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पूरे प्रदेश में प्रत्येक गाँव की जानकारी रहे। कहीं भी बीमारी होने की जानकारी को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए तत्काल इलाज की व्यवस्था की जाये।
मुख्यमंत्री ने धान उपार्जन की पुख्ता व्यवस्था करने तथा पर्याप्त बारदाना की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। इसी के साथ रबी के भरपूर उत्पादन की व्यापक संभावना के मद्देनजर बारदानों की व्यवस्था पर अभी से ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी सड़कें सुधरी हालत में रहें।
पुलिस आव-भगत की तारीफ
मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान अच्छे कार्यों की तारीफ की। उन्होंने पिछले दिनों चलाये गये गुंडा विरोधी अभियान के परिणामों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें बाउंड ओवर की कार्रवाई करें। उन्होंने रीवा संभाग में पुलिस द्वारा शुरू की गयी अभिनव योजनाओं, हाल-चाल योजना, आव-भगत योजना और हँसता जाय योजना की प्रशंसा की और कहा कि इन्हें अन्य संभाग भी लागू करें। इन योजनाओं में थाने आने वाले लोगों से अच्छा व्यवहार किया जाता है। ग्वालियर के मुरार में हुई लूट की घटना में त्वरित कार्रवाई अपराधियों को पकड़ने, सीहोर में हत्या की हृदय विदारक घटना के आरोपियों को पकड़ने, साँची में अतिविशिष्ट अतिथियों के आगमन के दौरान की गयी कार्रवाई तथा भोपाल तथा इन्दौर में बड़े गुण्डों को पकड़ने की कार्रवाई की तारीफ की गयी। छिन्दवाड़ा में कलेक्टर तथा एसपी द्वारा श्रीलंका और भूटान से प्रदेश आये अति विशिष्ट मेहमानों की यात्रा के दौरान की गयी संतुलित कार्रवाई की प्रशंसा भी की गयी।