भोपाल, अप्रैल 2015/ मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2016 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ को एक वैचारिक अनुष्ठान का रूप देने की भी अभिनव पहल की जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में सिंहस्थ के पूर्व मूल्य आधारित जीवन सहित अनेक सम-सामयिक एवं ज्वलंत विषयों पर संभागीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय-स्तर के परिसंवाद किये जा रहे हैं। इन सभी परिसंवादों के निचोड़ को सिंहस्थ-महाकुंभ में सिंहस्थ घोषणा के रूप में विश्व स्तर पर जारी किये जाने की योजना है। इसी श्रंखला में 17 से 19 अप्रैल, 2015 को भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रथम परिसंवाद ”मूल्य आधारित जीवन’ पर केन्द्रित कर किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसरोवर सभागार में हो रहे इस परिसंवाद का शुभारंभ 17 अप्रैल को सायं 4 बजे ईशा-फाउंडेशन कोयम्बटूर के अध्यक्ष सद्गुरू जग्गी वासुदेव जी महाराज द्वारा किया जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता करेंगे।

परिसंवाद के दूसरे दिन 18 अप्रैल को इस ‘ज्ञान यज्ञ” के ग्यारह आहूति सत्र होंगे। सुबह 9.30 बजे से सायं 4 बजे तक इन सत्रों में मूल्यों की आधारित संकल्पना, मूल्य आधारित विद्यालयीन शिक्षा, मूल्य आधारित उच्च एवं व्यावसायिक शिक्षा, जन संचार माध्यमों एवं सूचना प्रौद्योगिकी में मूल्योन्मुखता, मूल्य आधारित शासन एवं प्रशासन व्यवस्था, न्याय एवं विधि क्षेत्र में मूल्य-निष्ठा, पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन में मूल्योन्मुखता, चिकित्सा सेवाओं में मूल्य-निष्ठा, वृत्तिगत (प्रोफेशनल) जीवन में मूल्य-निष्ठा, सार्वजनिक जीवन में मूल्य-निष्ठा तथा मूल्यों की सार्वभौमिकता, पर विमर्श होगा।

परिसंवाद के तीसरे और अंतिम दिन 19 अप्रैल को सुबह के सत्र में प्रात: 9.30 बजे तक आहुति सत्रों के निष्कर्षों पर चर्चा होगी। इसी दिन दोपहर 12 बजे परिसंवाद का समापन अखिल विश्व गायत्री परिवार एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के कुलपति डॉ. प्रणव पंडया करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समापन सत्र के भी अध्यक्ष होंगे।

इस अंतराष्ट्रीय परिसंवाद के अन्य वक्ता सर्वश्री निर्मल मणि अधिकारी, वेद नन्दा, दीनानाथ बत्रा, डॉ. एच.आर. नागेन्द्र, डी. रामकृष्ण राव, प्रो. कपिल कपूर, रामचन्द्र भट्ट, डॉ. प्रियव्रत शुक्ल, आनंद कुमार, डॉ. विजयबहादुर सिंह, न्यायमूर्ति धर्माधिकारी, रामा जॉयस, प्रो. बलराम सिंह, रमेश दवे, डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी, चित्रा मुदगल, जी.एस. राजपूत, जयंतीलाल भंडारी, विजय बत्रा, रमेशचंद्र शाह, डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय, प्रभु जोशी, जयप्रकाश चौकसे, कपिल तिवारी, सुश्री शम्पा शाह, आनंद सिंह, सुश्री उर्मिला शिरीष, डॉ. श्री राम परिहार, महेश श्रीवास्तव, प्रो. ओमप्रकाश पाण्डे, पवनपुत्र बादल, रविन्द्र शुक्ला, प्रो. वेद महर्षि, अतुल कोठारी, रामकुमार अय्यर, प्रो. ब्रजकिशोर कुठियाला, सुब्रमणियम भट्ट, सुरेन्द्र जैन, सी.पी. द्विवेदी, आचार्य सोहनलाल रामरंग, वीरेन्द्र रावत, चांद किरण सलूजा, सुश्री मिथिलेश कुमारी, न्यायमूर्ति सी.के. प्रसाद, त्रिभुवन नाथ शुक्ला, डॉ. अजय नारंग, गोविन्द शर्मा, डॉ. उदयन वाजपेयी, पवन सिन्हा, आर. परशुराम, प्रकाश बरतूनिया, कैलाश शर्मा, सुश्री मीना महदेले, डी.एस. माथुर, ओ.पी. रावत, वृषभ जैन, डॉ. मनोहर भंडारी, डॉ. दया पंत, डॉ. सूर्यप्रकाश धनेरिया, डॉ. बी.के. जैन, प्रो. प्रियव्रत, ऑबलॉनकॉव इगोर, तकाशेन्को सर्गेय,  डॉ. निलिम्प त्रिपाठी, डॉ. लेन वैगर, डॉ. वी.के. गोस्वामी, सुरेन्द्र पाठक, अश्विनी लोहानी, शशांक, हिमांशु जोशी, प्रो. के.के. अग्रवाल, जहूर-उल-हक, राधेश्याम शर्मा, सुभाष सूद, डॉ. नीमो धर, प्रो. रामजी त्रिपाठी, के.जी. सुरेश, विजय मनोहर तिवारी, अशोक मलिक, भरत गुप्ता, रजनीश मिश्र, मकुल कुलश्रेष्ठ, अशोक जमनानी, सुश्री प्रतिभा प्रहलाद, हरीश नवल एवं डॉ. बनवारी रहेंगे।

मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग परिसंवाद का आयोजक है। सहयोग शिक्षा संस्कृति न्यास, नई दिल्ली और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल है।

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