भोपाल। प्रदेश में रोगियों को उच्च गुणवत्ता की जैनरिक दवाइयाँ उपलब्ध करवाये जाने की सुदृढ़ व्यवस्था कर ली गई है। मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा वितरण योजना का औपचारिक शुभारंभ प्रदेश के स्थापना दिवस – एक नवम्बर से किया जा रहा है। रोगियों को 1595 दवा वितरण केन्द्र से चरणबद्ध तरीके से वितरण किया जाएगा। जिला चिकित्सालयों द्वारा दवा वितरण की व्यवस्था की जाएगी। पूर्व में स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीदी जाने वाली 270 दवाओं के स्थान पर अब 400 से अधिक दवाइयाँ विभाग द्वारा खरीदी जा रही हैं। वर्ष 2012-13 के लिए राज्य शासन द्वारा 165 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा वितरण योजना के तहत स्थापित होने वाले 1995 केन्द्र पर ‘‘मुख्यमंत्री निःशुल्क औषधि वितरण केन्द्र’’ का बोर्ड लगा रहेगा। इन केन्द्रों पर औषधि वितरण के लिए व्यवस्थित काउन्टर, पर्याप्त रैक्स व औषधियाँ प्लास्टिक बॉक्स उपलब्ध रहेंगे। इन केन्द्रों में पर्याप्त साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सालय के ओ.पी.डी. समय तथा भर्ती रोगियों को इस केन्द्र से सात दिन और चौबीसों घंटे सर्वाधिक उपयोग में आने वाली जेनरिक औषधियाँ उपलब्ध रहेंगी। शासकीय अस्पतालों के सभी चिकित्सक जेनरिक दवाओं का प्रिस्क्रिपशन इन निःशुल्क दवा वितरण केन्द्रों के रोगियों को दवा देने के लिए लिखेंगे किसी दवा के स्टॉक में उपलब्ध न होने की स्थिति में निकटतम वैकल्पिक उपलब्ध दवा ही लिखी जाएगी। शासकीय चिकित्सक रोगियों को किसी भी प्रकार की दवा बाजार से लाने के लिए नहीं लिखेंगे।
चीफ मेडिकल ऑफीसर व सिविल सर्जन स्टोर ड्रग मैनेजमेंट इनफर्सेशन सिस्टम से ऑनलाइन मॉनीटरिंग करेंगे। दवा वितरण केन्द्रों के लिए सी.एम.ओ. और सिविल सर्जन को न्यूनतम दवाओं की सूची दी गई हैं। सूची के तहत 147 दवाइयाँ जिला चिकित्सालयों में, 113 सिविल अस्पताल में, 107 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तथा पी.एस.सी. में 64 और सब सेंटर से 24 प्रकार की दवाइयाँ वितरण के लिए उपलब्ध रहेंगी। मार्च 2012 तक के लिए 51 करोड़ रुपये जिलों की जनसंख्या के मान से वितरित किया जा चुका है। वर्ष 2012-13 के लिए बजट में 165 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस राशि में से 65 करोड़ रुपया जिलों को दिया जा चुका है। भारत शासन से प्राप्त 51 करोड़ रुपये की निःशुल्क दवा वितरण के लिए प्राप्त हुआ है। इस प्रकार वर्ष 2012-13 के लिए कुल 216 करोड़ रुपये से प्रदेश में निःशुल्क दवा वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इससे रोगियों को निःशुल्क दवाइयाँ शासकीय अस्पतालों से प्राप्त हो सकेंगी।