भोपाल, सितंबर 2013/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जीव मात्र के प्रति स्नेह और दया का भाव जैन धर्म से सीखने को मिलता है। जो अपने आप को जीत ले वही सच्चे अर्थों में जैन है। मुख्यमंत्री यहाँ अपने निवास पर क्षमावाणी पर्व को संबोधित कर रहे थे। सभी धर्मों के पर्वों को मनाये जाने की श्रंखला में सकल जैन समाज का क्षमावाणी पर्व आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जल संसाधन एवं वित्त मंत्री जयंत मलैया, पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, सांसद प्रभात झा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षमावाणी पर्व हमें अहंकार छोड़ने और क्षमा मांगने की शिक्षा देता है। अपने आप को जीतना सारी दुनिया को जीतने से भी कठिन काम है। ऐसे समाज की रचना करनी होगी जिसमें सब बराबर हों और स्नेह से रहें।