भोपाल, अगस्त 2013/ मुख्यमंत्री निवास पर रक्षा-बंधन का त्यौहार पारम्परिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री को राखी बांधने का सिलसिला लगातार ढाई घंटे से अधिक समय तक चला। जिसमें सभी समाजों और समुदायों की बहनें शामिल हुई। बहनों ने मुख्यमंत्री को राखी बाँधी और उनके सुदीर्घ और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना की।
कार्यक्रम में बहनें परम्परागत रूप से थालियाँ सजाकर लायीं थीं। अल्पसंख्यक समुदाय की बहनें समूह में राखी बाँधने आयी थीं। बड़ी संख्या में आयी बहनों ने रंग-बिरंगी राखियाँ बाँधकर मुख्यमंत्री की कलाई सजा दी। श्री चौहान ने बड़ी बहनों से आशीर्वाद लिया और छोटी बहनों को शुभाशीष दिया।
मुख्यमंत्री ने रक्षा-बंधन के पावन पर्व की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि बहनों के जीवन में सुख-समृद्धि आये, वे प्रसन्न रहें। देश-प्रदेश की तरक्की में योगदान दें। प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक, राजनैतिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिये अनेक योजनाएँ लागू हैं। बेटियाँ बोझ नहीं वरदान हैं। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू है। इसके साथ ही केवल बेटियों वाले परिवारों के लिये कन्या अभिभावक योजना भी बनायी गयी है। योजना में केवल बेटियों वाले माता-पिता को पेंशन दी जायेगी। उन्होंने समाज से अपील की कि माताओं, बहनों और बेटियों को सम्मान दें। उनके आगे बढ़ने में योगदान दें और यह संकल्प ले कि बेटा-बेटी को बराबर मानेंगे।