फरीदाबाद/ फरीदाबाद में काम करने वाली इंदौर की पत्रकार पूजा तिवारी की रहस्यमयी मौत का मामला अब अलग-अलग दिशाओं में भटकने लगा है। पहले आत्महत्या की बात कही जा रही थी, उसके बाद शक की सुई उसके ब्वॉयफ्रेंड इंस्पेक्टर अमित पर घूम गई, इसके बाद पूजा के परिजनों ने इस बात से इनकार किया कि पूजा की मौत के पीछे अमित का हाथ में हो सकता है। लेकिन इसके बाद पूजा की मुंहबोली भाभी सामने आईं, जिन्होंने इस शक की थ्योरी को और बल दे दिया। इन सारी अटकलबाजियों के बीच फरीदाबाद पुलिस ने पूजा तिवारी के घर से सुसाइड नोट बरामद होने का दावा किया है। रोमन में लिखा गया तीन पेज का यह सुसाइड नोट इंस्पेक्टर अमित ने पुलिस को दिया है।
पूजा के दोस्त अमित का कहना है कि ये चिट्ठी पूजा तिवारी ने अपने मां बाप को लिखी थी। अमित पूजा का दोस्त और इंस्पेक्टर है। यह नोट सोशल मीडिया पर भी गुरुवार सुबह से इंस्पेक्टर अमित के साथियों ने वायरल कराया है। इस नोट के साथ ही यह सवाल उठने लगे हैं कि पुलिस को यह नोट इंस्पेक्टर अमित ने क्यों दिया। पुलिस की जांच में यह नोट क्यों नहीं सामने आया।
लेकिन पूजा के नाम से जो नोट पुलिस को सौंपा गया है उसमें पूजा ने अपने दिल का दर्द लिखा है। उसने अपने माता-पिता को पत्र में बताया है कि किस तरह उसने ईमानदारी से काम करना चाहा लेकिन उसका किसी ने साथ नहीं दिया। पूजा ने लिख-
डियर मॉम डैड,
आईएम सॉरी, मुझमें हिम्मत नहीं अब। लड़ के थक चुकी हूं इस लाइफ और पत्रकारिता से। आप लोगों ने एक सच्चा पत्रकार बनने भेजा था। वो पत्रकार जो कि अपने प्रोफेशन के साथ इंसाफ करे। सच्चाई का साथ दिया, लड़ाई भी की, लेकिन आज इस पेशे के आगे अपनी हार मानती हूं। फरीदाबाद की मीडिया बेकार है।
आज जो कदम उठा रही हूं उसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। मैं नहीं चाहती मेरे जाने के बाद आप लोगों को कोई परेशान करे। आप लोग दुनिया के बेस्ट मम्मी पापा हैं और हमेशा रहेंगे। मैंने अपने प्रोफेशन के साथ कोई गलत कभी नही किया। एक न्यूज को रिवील किया। मेरा ना ही यहां की पुलिस न ही मीडिया ने साथ दिया। गलती न करके भी मुझे मेरा फोन बंद करने को कहा गया। थक गई हूं लड़ते लड़ते, ईमानदार जर्नलिज्म नहीं रहा पापा। हमें माफ करना कोई साथ नहीं होता, सिर्फ पैसा और प्रभाव बोलता है। अपने आप को संभालना। मैं गलत नहीं थी, ना हूं, ना कभी होती। आई डिड ए गुड जॉब।
ये जो कुछ भी हुआ इसका जिम्मेदार डॉ. अनिल गोयल, अर्चना गोयल, सौरभ भारद्वाज और वो सारे मीडियाकर्मी हैं जिन्होंने मुझे बेकार समझा और मेरे खिलाफ गलत खबर चलाई। बहुत हरासमेंट हो गई। कंपनी ने सस्पेंड (अंडर एंक्वायरी) किया है। मेरे बाद मेरे माता पिता को दुखी या परेशान न किया जाए। गलत लोगों पर कार्रवाई हो। मैं या अनुज मिश्रा गलत नहीं थे। कोई पैसों की डिमांड नहीं है न ही किसी का इंवाल्वमेंट रहा। सख्त कार्रवाई हो। डॉ. अनिल गोयल, डॉ.अर्चना गोयल, सौरभ भारद्वाज और मीडियाकर्मी के खिलाफ।
प्लीज डोन्ट टॉर्चर माई पापा, मम्मा, ब्रदर, फ्रैंड, अमरीन और वो सभी लोग जो साथ दे रहे हैं। मैं एक सही और सच्ची पत्रकारिता उद्देश्य से आगे बढ़ी और बढ़ना चाहा। लेकिन पैसा, जात, पोस्ट आज इतनी मायने रखती है कि एक पत्रकार की औकात नहीं, ईमानदारी और सच्चाई की औकात नहीं। गलत नही हूं इसलिए ये कदम नहीं उठा रही हूं। लेकिन थक गई इस गंद से लड़ते लड़ते। आई लव यू मां, पापा सौरभ (मुक्कु)। कुछ भी करो चाहे हम्माली (मजदूरी) करो लेकिन पत्रकार न बनो।
अनिल गोयल, अर्चना गोयल पर कार्रवाई हो। वो लोग भ्रूण हत्या में शामिल हैं।
लव ऑलवेज
पूजा तिवारी