भोपाल, अगस्त 2013/ किसी भी समाज में बालिकाओं/महिलाओं के विरुद्ध हिंसा एक गंभीर समस्या है। प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध हो रहे दुर्व्यवहार-अत्याचार के प्रति संवेदनशील मध्यप्रदेश शासन पूरी तरह सचेत एवं सक्रिय है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश की बालिकाओं/महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण देने के लिये ‘वीरांगना योजना’ तैयार की गई है।
वीरांगना योजना के अंतर्गत बालिकाओं/महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण द्वारा शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक रूप से सशक्त बनाया जायेगा। इसमें 10 वर्ष से अधिक आयु की सभी वर्ग की बालिकाओं/महिलाओं को कार्य-स्थल, शैक्षणिक संस्थाओं, सार्वजनिक स्थलों आदि पर किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिये उच्च प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा।
इस योजना में प्रशिक्षण के 40 सेशन होंगे। प्रत्येक प्रशिक्षण शिविर में 50 बालिकाओं/महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण में भाग लेने के लिये न्यूनतम आयु 10 वर्ष निर्धारित की गई है। अधिकतम आयु का कोई बंधन नहीं है। शारीरिक रूप से अक्षम बालिकाएँ/महिलाएँ भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी।
योजना में शारीरिक प्रशिक्षण का प्रारूप मार्शल आर्ट, जूडो-कराते, ताईक्वांडो, कुश्ती आदि खेलों में उपयोग की जाने वाली तकनीकों को समाहित करते हुए तैयार किया गया है। मानसिक एवं मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण के लिये विशेषज्ञों द्वारा सेमीनार किये जायेंगे तथा ऐसी सच्ची घटनाओं की वीडियो क्लीपिंग दिखाई जायेगी, जिसमें किसी महिला ने विषम परिस्थितियों में साहस का परिचय देते हुए अपनी आत्म-रक्षा की हो।