भोपाल, जनवरी  2015/ भोपाल में आगामी 26 से 30 जनवरी 2015 तक ‘मध्यप्रदेश बाँसोत्सव’ होगा। उत्सव के दौरान भोपाल हाट में ‘बाँस मेला’ और बाँस शिल्पियों के लिए ‘बाँस शिल्प नवाचार शिविर’ लगाया जाएगा। इसके अलावा 27 एवं 28 जनवरी को प्रशासन अकादमी में राष्ट्रीय बाँस कार्यशाला होगी।

वन विभाग राज्य बाँस मिशन और राष्ट्रीय बाँस मिशन द्वारा राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वाणिज्य-उद्योग, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, आदिम-जाति कल्याण, कृषक कल्याण और कृषि विकास तथा महिला-बाल विकास विभाग के सहयोग से किये जाने वाले बाँस उत्सव में प्रदेश के सभी जिलों और अन्य राज्यों के बाँस शिल्पी, बाँस क्रेता-विक्रेता, विशेषज्ञ भाग लेंगे। उत्सव के लिए पंजीयन फॉर्म वेबसाइट www.mpbamboomission.org पर उपलब्ध हैं।

बाँस मेले में प्रदेश के सभी जिलों और देश के उत्तरी-पूर्वी राज्यों, उत्तराखण्ड, केरल आदि के बाँस शिल्पी समुदायों, निजी कम्पनियों आदि को अपने शिल्प राष्ट्रीय स्तर के मंच पर प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। मेले में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन भी होंगे जिनमें एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित होने की संभावना है। बाँस शिल्प और उत्पादों में नवाचार के लिए प्रतिस्पर्धाएँ होगी, जिनमें छात्र-छात्राएँ और बाँस शिल्पी भाग लेंगे।

बाँस शिल्प नवाचार शिविर के दौरान एन.आई.डी. बैंगलुरु, त्रिपुरा के विशेषज्ञों द्वारा डिजाइनिंग, उत्पादन आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्थानीय बाँस शिल्पियों को उन्नत औजारों, उन्नत तकनीक और राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पनप रहे बाँस बाजार की अहमियत बतायी जायेगी।

राष्ट्रीय बाँस कार्यशाला में बाँस उत्पादन, प्रबंधन में विशेषज्ञ संस्थान, व्यवसायियों, स्वैच्छिक संगठनों, विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतिकरण होगा। कार्यशाला में एनबीएम, आईसीआरइ, आईपीआरएसआईटीआई, आईडब्ल्यूएसटी, एसएफआरआई, आईआईटी आदि नामी-गिरामी संस्थाएँ भाग ले रही हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here