भोपाल, जुलाई 2013/ नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि भोपाल-इंदौर की मेट्रो उत्तर भारत की पहली मेट्रो होगी। मेट्रो का निर्माण इन शहर में तय समय-सीमा में पूरा किया जायेगा। श्री गौर उनसे मिलने आये जर्मनी एवं मुम्बई के निविदा कम्पनी के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। इस मौके पर भोपाल महापौर श्रीमती कृष्णा गौर एवं सचिव नगरीय प्रशासन एस.एन. मिश्रा भी मौजूद थे।
मंत्री ने बताया कि निविदा कम्पनी एक माह के भीतर निरीक्षण रिपोर्ट देगी। इसके बाद आगामी 8 माह में इंदौर और भोपाल के डीपीआर तैयार कर लिये जायेंगे। मेट्रो भोपाल के टीम लीडर डॉ. हेलमुट गर्न्डट ने बताया कि वर्ष 1902 में जर्मनी के बर्लिन शहर में मेट्रो सेवा प्रारंभ की गई थी। भोपाल और इंदौर की मेट्रो भी आने वाले 100 साल को देखते हुए बनाई जायेगी। प्रतिनिधि मण्डल में डॉ. कास्टेन साइमोनिस, ओल्फ शॉलेज़ नोलोफ एवं मुम्बई के रोहित गुप्ता शामिल थे। भोपाल में 28.50 किलोमीटर, जिसकी अनुमानित लागत 6000 करोड़ रुपये है एवं इंदौर में 32.16 किलोमीटर लम्बाई के मेट्रो का निर्माण होगा। इंदौर मेट्रो की लागत 7,500 करोड़ रुपये होगी।