विद्यार्थियों को बेहतर रोजगार दिलवाने वाले प्राध्यापकों को पुरस्कृत किया जायेगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में जिला-स्तरीय कॅरियर अवसर मेले के शुभारंभ पर कही।
श्री गुप्ता ने कहा कि आज की सबसे बड़ी चुनौती रोजगार है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में कौशल विकास विभाग के माध्यम से विद्यार्थियों को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जायेगी। श्री गुप्ता ने कहा कि एक्सीलेंस कॉलेज प्रेरक के रूप में काम करे। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद मार्गदर्शन प्रकोष्ठ को सुदृढ़ किया जायेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि संस्थान के पुराने छात्रों से भी सम्पर्क कायम रखें।
विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्राचार्य स्वयं मूल्यांकन करें कि उनकी संस्था के बच्चों को रोजगार क्यों नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र से विवेकानंद बनाने की जिम्मेदारी गुरुजन की है।
उच्च शिक्षा मंत्री एवं विधायक ने विभिन्न कॉलेज द्वारा लगाये गये स्टॉल का अवलोकन कर विद्यार्थियों से चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की।
7,160 विद्यार्थी को मिला रोजगार
स्वामी विवेकानंद मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के निदेशक श्री आदित्य लूनावत ने बताया कि पिछले वर्ष लगाये गये मेलों में 7,160 विद्यार्थी को रोजगार मिला था। बड़वानी कॉलेज के प्राध्यापक श्री मधुसूदन चौबे द्वारा दिलवायी गयी ट्रेनिंग के आधार पर वन-रक्षक परीक्षा में 80 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। उनके द्वारा विद्यार्थियों को पीएससी की कोचिंग भी करवायी जा रही है। इस कार्य में कॉलेज के पुराने विद्यार्थी सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नवीन कन्या महाविद्यालय इंदौर की छात्राओं द्वारा बनायी गयी राखी एवं अन्य सामग्री 5 लाख रुपये में बेची गयी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 60 कॅरियर अवसर मेला लगाये जायेंगे। इस वर्ष 30 हजार बच्चों को शार्ट-टर्म ट्रेनिंग दिलवायी जायेगी। संस्थान के संचालक डॉ. एम.एल. नाथ ने बताया कि संस्थान के 893 बच्चों का प्लेसमेंट टीसीएस, एल एण्ड टी और अन्य कम्पनियों में हुआ है। उन्होंने बताया कि मेले में 25 कम्पनी के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।