भोपाल, अगस्त 2013/ प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में अधिकांश स्थानों पर बाढ़ का पानी कम होना शुरू हो गया है। प्रदेश के छह जिलों के 106 गाँवों में करीब 38 हजार 200 लोग बाढ़ प्रभावित हुये हैं। बाढ़ से क्षतिग्रस्त कच्चे मकानों के लिये दी जाने वाली राहत राशि बढ़ाने के लिये राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों में संशोधन किया जायेगा। कच्चे मकान के क्षतिग्रस्त होने पर दी जाने वाली राहत राशि 20 हजार रूपये से बढ़ाकर 70 हजार रूपये की जायेगी। गरीबी रेखा से नीचे का कोई प्रभावित जिसका कच्चा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है तो उसे इंदिरा आवास स्वीकृत की जायेगी।
बाढ़ प्रभावित गाँव और परिवार
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत उपलब्ध कराने तथा संभावित स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निपटने को प्राथमिकता दी जाये। सभी प्रभावित ग्रामों में आवश्यक दवाइयों के साथ मेडिकल दल भेजे जायें। प्रभावित ग्रामों में पेयजल स्त्रोतों में ब्लीचिंग पाउडर डालकर डिसइंफेक्शन किया जाये। निर्देश दिये कि पानी से घिरे जिन गाँवों में जरूरत है वहाँ भोजन के पैकेट हेलीकाप्टर से भेजे जायें। बताया गया कि वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों से प्रभावित ग्रामों में फुड पेकेट गिराने का कार्य शुरू कर दिया है।