भोपाल, जुलाई 2014/ प्रदेश में एक जून से 25 जुलाई तक 21 जिले में सामान्य वर्षा और 24 जिले में कम वर्षा हुई है। इसके साथ ही 4 जिले में सामान्य से अधिक वर्षा तथा 2 जिले में अल्प वर्षा हुई है। प्रदेश के मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है। प्रदेश के सभी बाँध और प्रमुख नदियों में जल-स्तर सामान्य है।
प्रदेश में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा वाले 4 जिले बैतूल, बुरहानपुर, हरदा तथा खण्डवा हैं। सामान्य वर्षा में +19 से -19 प्रतिशत वर्षा वाले 21 जिले में खरगोन, राजगढ़, टीकमगढ़, भोपाल, बड़वानी, रायसेन, नरसिंहपुर, मण्डला, जबलपुर, होशंगाबाद, छिन्दवाड़ा, रीवा, सीहोर, सिवनी, बालाघाट, कटनी, इंदौर, दतिया, उज्जैन, सीधी और सागर शामिल हैं। कम वर्षा वाले -20 से -59 प्रतिशत वाले 24 जिले में अनूपपुर, शिवपुरी, विदिशा, शाजापुर, आगर-मालवा, धार, अशोकनगर, अलीराजपुर, दमोह, देवास, सतना, छतरपुर, गुना, डिण्डोरी, ग्वालियर, झाबुआ, रतलाम, सिंगरोली, श्योपुर, नीमच, पन्ना, उमरिया, मंदसौर और शहडोल सम्मिलित हैं। अल्प वर्षा वाले -60 प्रतिशत या उससे अधिक 2 जिले में भिण्ड और मुरैना शामिल हैं।
बालाघाट जिले में अधिक वर्षा होने से एक जन-हानि, 2 पशु-हानि, 172 मकान पूर्णत: नष्ट और 381 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। क्षेत्र के पीड़ित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया है। जिले के सभी बंद सड़क मार्ग खुले हैं। वर्तमान में स्थिति सामान्य है। प्रदेश में कुल 16 जन-हानि, 6 पशु-हानि, 17 व्यक्ति के घायल होने की जानकारी मिली है। अति-वर्षा से प्रदेश में 287 मकान पूर्णत: नष्ट और 381 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
कई स्थान पर भारी वर्षा की चेतावनी
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास संचालनालय, मध्यप्रदेश ने मौसम विभाग से प्राप्त सूचना के आधार पर प्रदेश के राजगढ़, मंदसौर, उज्जैन, नीमच, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर तथा गुना जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। जबलपुर, होशंगाबाद तथा शहडोल संभाग में कई स्थान पर भी भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए किसानों को खरीफ फसलों की पौध सुरक्षा के लिये जल निकास करने की सलाह दी है। बताया गया है कि गुना के आसपास बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इसके साथ ही मानसून के राजस्थान की ओर बढ़ने से प्रदेश में अभी हो रही लगभग सतत वर्षा में कमी आयेगी तथा कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा ही होगी।