भोपाल, अगस्त 2015/ पशुपालन मंत्री कुसुम महदेले ने प्रत्येक जिले में एक शासकीय गौ-शाला खोलने के निर्देश दिये हैं। शासकीय गौ-शाला में आवारा मवेशियों (गौ-वंश) को रखा जायेगा। सुश्री महदेले राज्य पशु-धन एवं कुक्कुट विकास निगम के संचालक मण्डल की बैठक को संबोधित कर रही थीं।
सुश्री कुसुम महदेले ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल होने पर गौ-वंश की समुचित देखभाल होनी चाहिये। जिलों में जो गौ-शाला खुलें, उनमें कमजोर और अस्वस्थ गौ-वंश को रखकर उनका इलाज किया जाये। उन्होंने सुसनेर में बने गौ-अभयारण्य के निर्माण की जानकारी भी ली। सुश्री कुसुम महदेले ने प्रदेश में वर्तमान में संचालित की जा रही सभी गौ-शाला का निरीक्षण कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अनुदान प्राप्त गौ-शालाओं का प्रत्येक माह निरीक्षण होना चाहिये। ऐसी गौ-शालाएँ, जो पशुओं की देखभाल नहीं कर पा रहीं अथवा अनियमितता कर रही हैं, उनकी समितियों को भंग कर कार्यवाही की जाना चाहिये। इस संबंध में उन्होंने हरदा में संचालित गौ-शाला का विशेष रूप से उल्लेख किया।
जिन गौ-शाला या पशु-पालकों के पशुओं की मृत्यु हो जाती है, उनका वैज्ञानिक तरीके से डिस्पोजल करने के लिये कारकस यूटीलाइजेशन प्लांट स्थापित किया जाये। प्रत्येक जिले के लिये इसकी कार्य-योजना तैयार की जाये। प्रजनन नीति में संशोधन कर देशी गाय की नस्ल रेड सिंधी तथा राठी को भी नीति से जोड़ा जाये।
सागर में दुग्ध संघ की स्थापना के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी लेकर उसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शहडोल, रीवा और ग्वालियर संभाग के सभी जिले में दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों की संख्या बढ़ायी जाये, ताकि अधिकाधिक दुग्ध उत्पादन हो। जबलपुर दुग्ध संघ के संबंध में भी अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी दुग्ध संघ की कीमत एक जैसी होनी चाहिये। सुश्री महदेले ने रीवा में निर्माणाधीन पशु-चिकित्सालय की प्रगति की जानकारी लेकर उसे जल्द पूरा करवाने को कहा। उन्होंने नेशनल कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर के कार्य को शीघ्र शुरू करने को कहा।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में नेशनल कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर की स्थापना के लिये भारत सरकार द्वारा 25 करोड़ की राशि विमुक्त की गयी है। पशु आहार संयंत्र कीरतपुर के 3 शिफ्ट में संचालन के लिये 32 पद के सेटअप को मिली स्वीकृति की जानकारी दी गई।