भोपाल। राज्यपाल राम नरेश यादव ने यहां लाल परेड मैदान स्थित शहीद स्मारक पर पुलिस स्मृति दिवस परेड के अवसर पर प्रदेश एवं देश के शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि पुलिस को समाज में सुरक्षा की भावना सुदृढ़ बनाये रखना होगा। पुलिसकर्मी अपने अमर शहीद साथियों की शहादत से प्रेरणा लेकर कर्तव्यों का निर्वहन करें। राज्यपाल ने प्रदेश में संचालित गुंडा विरोधी अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इससे आम आदमी ने चैन की साँस ली है। इस अवसर पर राज्यपाल शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से सभी सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया।
राज्यपाल ने पुलिसकर्मियों से कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाये रखने के लिए पुलिस बल में पर्याप्त वृद्धि और इसे आधुनिकतम हथियारों तथा उपकरणों से सुसज्जित करना समय की माँग है। समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे के वातावरण को मजबूती प्रदान करने से ही समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। पुलिसकर्मी इस बात को अपने दिलो-दिमाग में रखकर इस कार्य में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। राज्यपाल ने दस्यु उन्मूलन, नक्सली समस्या और इंडियन मुजाहदीन तथा आंतकी गतिविधियों पर पुलिस द्वारा अंकुश लगाने के प्रयासों और अपराधों की त्वरित विवेचना और अपराधियों की सजायाबी में वृद्धि पर पुलिस बल की सराहना की। उन्होंने पुलिसकर्मियों की व्यावहारिक कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि शासन, पुलिसकर्मियों के प्रशासनिक हितों के संरक्षण के प्रति सजग है। सरकार ने इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये हैं जिनके क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
श्री यादव ने इस अवसर पर शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि जीवन में हर कदम पर मध्यप्रदेश शासन, पुलिस प्रशासन और समाज उनके साथ है। राज्यपाल ने प्रदेश की शांतिप्रिय जनता के अनुशासित आचरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि आम आदमी को अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी सजग रहना होगा और पुलिस का सहयोगी बनना होगा।
पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि नक्सली और आतंकी गतिविधियों पर पुलिस पैनी नजर रखे हुए है और हर स्थिति में शांति, कानून-व्यवस्था और विकास के माहौल को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए कृत संकल्पित है। शहीद पुलिसकर्मियों की शहादत को समाज में प्ररेणा का स्वरूप देने के लिए पुलिसकर्मियों ने व्यापक स्तर पर रक्तदान किया है। अभी पिछले दिनों ही करीब तेरह सौ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने रक्तदान कर सामाजिक सरोकारों से स्वयं को जोड़ा है। उन्होंने बताया कि पुलिस और समाज में आपसी समन्वय बढ़ाने के लिए तथा युवाओं में चेतना जाग्रत करने के लिए अभी हाल ही में करीब पन्द्रह सौ स्कूलों और कालेजों में परिचर्चायें आयोजित की गईं। परिचर्चाओं में युवाओं को पुलिस के कार्यों और चुनौतियों से अवगत करवाया गया तथा सामूहिक पुलिसिंग में युवाओं को योगदान देने के लिए प्रेेरित किया गया। पुलिस महानिदेशक ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को आश्वस्त किया कि उन्हें नियमानुसार सभी सुविधायें और सहायता समय पर उपलब्ध करवाई जायेगी।
पुलिस स्मृति दिवस पर इस राज्य स्तरीय समारोह में राज्यपाल राम नरेश यादव के साथ, लोकायुक्त पी.पी. नावलेकर, अपर मुख्य सचिव गृह आई.एस.दाणी तथा वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किये। प्रारंभ में पाल बेयरर पार्टी द्वारा राज्यपाल को सम्मान सूची प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात सम्मान सूची का स्मारक कोष में संस्थापन किया गया। परेड द्वारा स्मारक को सलामी दी गई, बिगुलर राउज बजाये गये। इस अवसर पर एक सितम्बर 2011 से 31 अगस्त 2012 तक सम्पूर्ण भारत में शहीद पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की नामावली का वाचन किया गया।