भोपाल, अक्टूबर 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूखे और अतिवृष्टि से आहत किसानों की पीड़ा को देखते हुए अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दस वर्ष पूर्ण होने के जश्न को स्थगित करवा दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री चौहान कष्ट के इस मौके पर किसानों के साथ खड़े रहना चाहते हैं। खुद शिवराजसिंह ने कहा है कि उनके मुख्यमंत्री के रूप में दस साल पूरे होने पर जश्न आयोजित न किया जाए। इस कारण नवंबर के अंत में आयोजित होने वाली भाजपा कार्यकर्ताओं की रैली अब नहीं होगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का भोपाल दौरा भी निरस्त हो गया है। भोपाल में होने वाला भाजपा के सभी विधायकों और सांसदों का राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया गया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इस साल प्रदेश के किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश संगठन से 29 नवंबर को होने वाले जनसेवा महाकुंभ को निरस्त करने का आग्रह किया था, मुख्यमंत्री सूखे की मार झेल रहे किसानों को राहत देना चाहते हैं। इसलिए यह महाकुंभ निरस्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि इस महाकुंभ में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह को भी आमंत्रित किया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 नवंबर 2005 को पहली बार मप्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद से लगातार 2008 और 2013 विधानसभा चुनाव जीतकर वे मुख्यमंत्री बने हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की पहली प्राथमिकता प्रदेश के किसान भाइयों को मौसमी प्रतिकूलताओं से पहुंची क्षति को देखते हुए राहत देना है। मौसम ने पहले भी प्रदेश के किसानों की कड़ी परीक्षा ली है और मुख्यमंत्री ने किसानों को त्वरित राहत पहुंचाई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कृषि और किसान को लेकर अभूतपूर्व कार्य कर किसानों को राहत प्रदान की है।