जबलपुर, नवंबर 2012/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा सबसे बड़ा कार्य है। निःशक्तजनों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए सरकार के साथ समाज को भी सहभागी बनना होगा। श्री चौहान यहां तरंग ऑडिटोरियम में आयोजित जस्टिस तन्खा मेमोरियल रोटरी इंस्टीट्यूट फॉर स्पेशल चिल्ड्रन के पन्द्रहवें वार्षिक समारोह उम्मीद‘ को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी, पशुपालन मंत्री अजय विश्नोई, लेफ्टिनेंट जनरल जी.ओ.सी.ओ.सी. सूर्या कमांड अनिल चैत, जी.ओ.सी. मध्य भारत लेफ्टिनेंट जनरल आर.एस. प्रधान, ट्रस्ट के चेयरमेन विवेक कृष्ण तन्खा, जनरल सेक्रेटरी बलदीप सिंह मैनी,जनप्रतिनिधि, सेना व प्रशासन के अधिकारी और गणमान्य जन मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने पीड़ित मानवता और समाज के अशक्त लोगों के सेवा के पुनीत अनुष्ठान के लिए तन्खा मेमोरियल की सराहना करते हुए कहा कि अपने लिये तो सभी जीते हैं, किन्तु दूसरों के लिए और समाज के लिए जीने और कार्य करने वालों को देखकर अन्य लोगों को भी जरूरतमंदों के लिए कुछ अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से निःशक्तों की सेवा करना सही मायनों में सच्ची ईश आराधना है।
श्री चौहान ने कहा कि वे प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के सेवक हैं। लोकतंत्र में मुख्यमंत्री जनता का सेवक होता है। इसलिए बेहतर से बेहतर तरीके से जनता की सेवा का उनका प्रयास आगे भी लगातार जारी रहेगा। शासकीय अस्पताल में इलाज हेतु आने वाले मरीजों को निःशुल्क दवा देने आज से शुरू प्रदेश व्यापी सरदार वल्लभ भाई पटेल निःशुल्क औषधि वितरण योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता की मूलभूत जरूरतों रोटी, कपड़ा, मकान व पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी उठाने कई योजनायें शुरू की है। उन्होंने स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन जैसे पीड़ित मानवता की सेवा के कार्य में सेना की सक्रिय भागीदारी की तारीफ करते हुए कहा कि इस कार्य में राज्य शासन की ओर से हरसंभव मदद की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने जस्टिस तन्खा मेमोरियल रोटरी इंस्टीट्यूट के स्पेशल चिल्ड्रेन द्वारा प्रस्तुत नृत्य व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए निःशक्त बच्चों को कुशलता से प्रशिक्षित करने के लिए शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति देकर बच्चों ने यह साबित कर दिया है कि इस संस्था के हर बच्चे का जीवन अर्थपूर्ण बनेगा और वह बड़ा होकर देश के विकास में सहभागिता निभायेगा।
मुख्यमंत्री ने समाज के विशेष बच्चों के लिए संस्था के बेहतर संचालन के लिए विवेक कृष्ण तन्खा की तारीफ की। उन्होंने कहा कि श्री तन्खा समाज के निःशक्त बच्चों की जिंदगी में बदलाव लाने की कोशिश में लगे हैं, जो पुण्य का कार्य है। मुख्यमंत्री ने समारोह में दो निःशक्त छात्रों विवेक यादव और सुनील कुशवाहा को उनके हौसले और साहसपूर्ण जिंदगी के लिए सम्मानित किया।
समारोह को विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी, पशुपालन मंत्री अजय विश्नोई, लेफ्टिनेन्ट जनरल अनिल चैत और लेफ्टिनेंट जनरल आर.एस. प्रधान ने भी संबोधित किया। इस दौरान विवेक कृष्ण तन्खा ने संस्था के स्थापना के उद्देश्यों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता जस्टिस राजकृष्ण तन्खा के सपनों को पूरा करने के लिए रोटरी के सहयोग से संस्था की स्थापना की है। उन्होंने रोटरी के स्वास्थ्य शिविर के लिए समय-समय पर मुख्यमंत्री से मिले सहयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।