भोपाल, जुलाई 2014/ प्रदेश में आज से सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े का शुभारंभ हो गया है। इसके तहत राजधानी से लेकर जिला, विकासखंड मुख्यालय और ग्राम स्तर तक जागरुकता गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने जयप्रकाश अस्पताल परिसर स्थित राज्य स्वास्थ्य सूचना संचार ब्यूरो में पखवाड़े का शुभारंभ किया। इस अवसर पर माताओं और शिशुओं को ओआरएस पैकेट और जिंक टेबलेट का वितरण करते हुए डॉ. मिश्रा ने कहा कि शिशु मृत्यु दर का एक कारण दस्त रोग अर्थात डायरिया भी है। वर्षा काल में पेट संबंधी विकार अधिक होते हैं। जागरूकता बढ़ाकर इस रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहा है। पूर्व वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछड़े होने के कारण अपेक्षित प्रगति में समय लगा है। अब तेजी से स्वास्थ्य सूचकांक बेहतर हो रहे हैं। विशेष रूप से माताओं और शिशुओं के जीवन रक्षा को प्राथमिकता देते हुए कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं। डॉ. मिश्रा ने डायरिया नियंत्रण अभियान की सफलता की कामना की।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कृष्ण ने कहा कि नवजात शिशु को छ: माह तक पानी न पिलाकर सिर्फ माँ का दूध ही दिया जाना चाहिए। पैरा डायरिया नियंत्रण अभियान के दो चरण रहेंगे। प्रथम चरण में रोग प्रबंधन और द्वितीय चरण के पोषण पर ध्यान दिया जाएगा। जिला स्तर पर कलेक्टर भी माह का एक दिन डायरिया नियंत्रण अभियान के लिए देंगे।

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