भोपाल, जनवरी 2013/ प्रदेश में 12 जनवरी 2013 से 12 जनवरी 2014 तक स्वामी विवेकानंद का 150वाँ जन्म वर्ष समारोह मनाया जायेगा। पूरे वर्ष भर स्वामी विवेकानंद के जीवन-दर्शन और व्यक्तित्व पर आधारित अकादमिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिन 12 जनवरी को प्रदेश में सूर्य नमस्कार सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर विवेकानंद युवा केन्द्र स्थापित करने की रूपरेखा बनाने के निर्देश दिये। कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा केन्द्र शैक्षणिक, खेल एवं युवा कल्याण गतिविधियाँ, विवेकानंद के दर्शन एवं नैतिक शिक्षा के प्रसार का केन्द्र बनेंगे। इन केन्द्रों के संचालन की रूपरेखा शीघ्र तय की जायेगी। श्री चौहान स्वामी विवेकानंद के 150वाँ जन्म वर्ष समारोह समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज के संदर्भ में स्वामी विवेकानंद के विचार और ज्यादा प्रासंगिक हो गये हैं। युवा पीढ़ी को विवेकानंद के विचारों से परिचित करवाना आवश्यक है। इसके लिये शालेय पाठ्यक्रमों में भी स्वामी विवेकानंद और उनकी शिक्षाओं पर आधारित पाठों को शामिल करने की पहल की जायेगी। समिति को आम लोगों के लिये कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मिशन के साथ जुड़कर रचनात्मक गतिविधियाँ तय की जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने समिति के सदस्यों को बताया कि आगामी 18 जनवरी को जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर नारी सम्मान रक्षा मार्च का आयोजन किया जायेगा। इसमें समाज के सभी लोग भाग लेकर नारी सम्मान की रक्षा का संकल्प लेंगे। जिला मुख्यालय पर यह मार्च शाम 5 बजे और विकासखण्ड स्तर पर दोपहर 12 बजे किया जायेगा। मुख्य कार्यक्रम भोपाल में लाल परेड ग्राउंड में होगा। इस संबंध में दिशा-निर्देश सभी जिलों को भेज दिये जायेंगे।
विश्व धर्म समभाव, समाज सेवा, नैतिक शिक्षा एवं विश्व शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये राज्य शासन द्वारा स्वामी विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय सम्मान स्थापित किया जायेगा। स्वामी विवेकानंद के दर्शन को प्रसारित करने के लिये युवा भारत फेलोशिप प्रदान की जायेगी। आगामी गणतंत्र दिवस से फरवरी के प्रथम सप्ताह तक ग्राम सभाओं की विशिष्ट बैठकों का आयोजन होगा, जिसमें स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं विचारों पर चर्चा होगी और ग्राम सभा के सदस्य राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेंगे।
प्रदेश में स्वामी विवेकानंद खेल महाकुंभ का भी आयोजन होगा। इसके अंतर्गत होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को राज्य की ओर से पुरस्कार स्वरूप वेेलूर मठ और स्वामी विवेकांनद शिला कन्याकुमारी की यात्रा करवायी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत के भवन में एक पुस्तकालय की स्थापना की जायेगी। इसमें विवेकानंद साहित्य अनिवार्य रूप से उपलब्ध होगा। स्वामी विवेकानंद के विचारों को आधुनिक संदर्भ में समझने और समझाने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय विवेकानंद प्रसंग का आयोजन होगा। समारोह समिति के सदस्यों ने 150वीं जयंती समारोह के लिये महत्वपूर्ण सुझाव दिये। इनमें मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धर्म संसद के आयोजन, युवा सशक्तिकरण वर्ष घोषित करने, नैतिक शिक्षा प्रशिक्षण केन्द्र बनाने, विवेकानंद प्रेरणा यात्रा या विवेक ज्योति यात्रा करने, स्कूलों में विवेकानंद प्रश्नोत्तरी के आयोजन, युवाओं में विवेकानंद साहित्य वितरित करने जैसे सुझाव दिये गये।
श्री चौहान ने इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद पर 104 भाग में बने रेडियो धारावाहिक की ऑडियो सी डी का विमोचन किया। सी डी को स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा तैयार किया गया है। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, वित्त मंत्री राघवजी, विधि मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता, संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर, मुख्य सचिव आर.परशुराम एवं समारोह समिति के सदस्य उपस्थित थे।