भोपाल, दिसंबर 2012/ संस्कृति एवं जनसम्पर्क मंत्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार सांस्कृतिक परम्पराओं को समृद्ध बनाने के साथ ही विभिन्न धर्मों और विचारों के समन्वय और मानव समुदाय को परस्पर जोड़ने के लिए निरन्तर कार्य करेगी। सिन्धी भाषा का टीवी चैनल प्रारम्भ करने के लिए मध्यप्रदेश की ओर से केन्द्र सरकार से आग्रह किया जाएगा। श्री शर्मा यहाँ रवीन्द्र भवन में सिंधी साहित्य अकादमी और अखिल भारत सिंधी बोली और साहित्य सभा के दो दिवसीय राष्ट्रीय सिंधी समारोह का शुभारंभ कर रहे थे। समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रूपकुमार घायल और श्री खीमन यू मूलानी को संत हिरदाराम साहित्य गौरव सम्मान प्रदान किया गया।
संस्कृति मंत्री ने समारोह में सुदीर्घ कला साधना के लिए टीवी अभिनेता श्रीचंद माखीजा और रंगमंच निर्देशक श्री मदन जुमानी को सिंधी गौरव अभिनय सम्मान प्रदान किया। अभिनेत्री सुश्री रेणुका इसरानी और सिंधी सुरहाण कार्यक्रम की प्रस्तुतकर्ता सुश्री आशा चाँद को भी सम्मानित किया।
धारावाहिकों की अभिनेत्री सुश्री रेणुका इसरानी ने कहा कि मध्यप्रदेश में कला और रंगमंच से जुड़ी प्रतिभाओं को सम्मानित करने की पहल प्रशंसनीय है। उन्होंने साँची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय प्रारंभ करने के मध्यप्रदेश सरकार के कदम की प्रशंसा की। नाट्य समारोह के पहले दिन मुम्बई, दिल्ली एवं नागपुर की संस्थाओं द्वारा तीन सिंधी नाटकों ‘‘जीजल सिंध’’, ‘‘शादी शर्त सां’’ और ‘आखिरी सिंधी’ का मंचन किया गया। सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक अशोक बुलानी ने अतिथियों का स्वागत किया।