भोपाल, जनवरी 2013/ बीता वर्ष 2012 मध्यप्रदेश के खेलों के लिये उल्लेखनीय रहा। साल के आखिर में ओबेदुल्ला खाँ गोल्ड-कप हॉकी का भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय आयोजन और लेजर-शो के साथ इसका भव्य समापन गत वर्ष की उपलब्धियों में से एक है। इस दौरान राज्य खेल अकादमी के खिलाड़ियों ने रिकार्ड 33 अंतर्राष्ट्रीय पदक जीतकर नया इतिहास रचा। खेल विभाग ने कई बड़े आयोजन की मेजबानी की तथा विभाग में 554 संविदा पदों का सृजन भी किया।

प्रदेश के खिलाड़ियों ने कई खेलों में देश में शीर्ष स्थान हासिल किया। मध्यप्रदेश क्याकिंग-केनोइंग, कराते, ताईक्वांडो में राष्ट्रीय चेम्पियन रहा। अकादमी के मुक्केबाज राहुल पासी सीनियर मुक्केबाजी में, आशा रोका सब-जूनियर महिला बॉक्सिंग में और निशानेबाज अमित पिलानिया राष्ट्रीय शूटिंग चेम्पियन बने। राज्य महिला अकादमी की टीम सब-जूनियर चेम्पियनशिप में राष्ट्रीय चेम्पियन बनी।

ओबेदुल्ला हॉकी का ऐतिहासिक आयोजन

हॉकी प्रेमी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा पर पहली बार प्रदेश के प्रतिष्ठित ओबेदुल्ला खाँ गोल्ड-कप हॉकी टूर्नामेंट को अंतर्राष्ट्रीय-स्तर पर आयोजित किया गया। मलेशिया और न्यूजीलेण्ड की टीमों ने इसमें भागीदारी की। मुख्यमंत्री ने टूर्नामेंट की राशि को 11 से बढ़ाकर 21 लाख रुपये करने की घोषणा की। उप-विजेता को 10 लाख, तीसरे स्थान की टीम को 5 लाख और चौथे स्थान की टीम को 2 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। साथ ही इस वर्ष टूर्नामेंट की इनामी राशि विजेता टीम के लिये 51 लाख रुपये करने की घोषणा भी की गई। घोषणा से यह टूर्नामेंट देश का सर्वाधिक इनाम राशि वाला बन गया।

अंतर्राष्ट्रीय-स्तर पर रिकार्ड पदक

बीते एक वर्ष में राज्य अकादमियों के 55 खिलाड़ी ने विभिन्न खेल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। खिलाड़ियों ने न केवल प्रतिनिधित्व किया, बल्कि 9 स्वर्ण पदक सहित 33 पदक भी जीते।

मार्शल आर्ट्स में अव्वल

राज्य के खिलाड़ियों ने मार्शल आर्ट्स में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिकार्डतोड़ प्रदर्शन किया। इसमें कराते का दबदबा रहा। दो बार से राष्ट्रीय खेलों में ओव्हर ऑल चेम्पियनशिप जीतने वाले इस खेल में प्रदेश के खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय-स्तर पर 7 स्वर्ण, 5 रजत और 3 काँस्य-पदक हासिल किये। द्वितीय एसकेएसआई इंटरनेशनल कराते चेम्पियनशिप में 7 स्वर्ण सहित 15 पदक प्राप्त किये। साथ ही साउथ एशियन कराते चेम्पियनशिप में 2 रजत और 2 काँस्य-पदक भी जीते।

शूटिंग में अंतर्राष्ट्रीय पदक

12वीं एशियन शूटिंग चेम्पियनशिप में अकादमी के नवदीप सिंह राठौर ने मेन्स में तथा राजकुमारी राठौर ने रायफल प्रोन टीम इवेंट का स्वर्ण-पदक जीता। चेम्पियनशिप में 2 स्वर्ण, एक रजत और 5 काँस्य-पदक प्राप्त हुए। इसके अलावा शूटरों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 2 रजत और 2 काँस्य-पदक भी जीते।

राज्य की खिलाड़ियों ने सीनियर नेशनल महिला हॉकी चेम्पियनशिप सेमी-फायनल तक का सफर तय किया। ताईक्वांडो वेस्ट-जोन चेम्पियनशिप में प्रदेश के खिलाड़ियों ने सर्वाधिक पदक जीतकर अपना दबदबा बनाया।

पदक-विजेताओं को बढ़ी हुई राशि

मुख्यमंत्री की पहल पर राँची राष्ट्रीय खेलों के पदक-विजेता खिलाड़ियों को इस बार दुगनी इनामी राशि दी गई। खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 102 पदक राँची खेलों में जीते थे।

सब-जूनियर नेशनल में चेम्पियन

राज्य महिला हॉकी अकादमी की टीम ने राष्ट्रीय सब-जूनियर महिला हॉकी प्रतियोगिता के फायनल में मेजबान हरियाणा को 3-1 से हराकर खिताब पर दूसरी बार कब्जा जमाया। महिला हॉकी टीम ने गुड़गाँव में हुई पायका राष्ट्रीय महिला खेल प्रतियोगिता के फायनल में उप-विजेता होने का गौरव हासिल किया। रोहतक में सब-जूनियर राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में राज्य पुरुष हॉकी अकादमी की टीम उप-विजेता रही।

ओलम्पिक में शिवेन्द्र की भागीदारी

ग्वालियर के हॉकी खिलाड़ी शिवेन्द्र सिंह लंदन ओलम्पिक-2012 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र खिलाड़ी रहे।

वर्ष 2012 के नये आयाम

इसके अलावा वर्ष 2012 के दौरान प्रमुख रूप से मध्यप्रदेश युवा आयोग तथा खेल प्राधिकरण का गठन, राष्ट्रीय खेलों में पुरस्कार राशि दुगनी, मुख्यमंत्री खिलाड़ी कल्याण कोष की स्थापना, एकलव्य, विक्रम, विश्वामित्र तथा लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार की राशि दुगनी करने के अलावा तथा खेल संघों के लिये मान्यता नियम बनाये जाना शामिल है। अंतर्राष्ट्रीय-स्तर पर राज्य अकादमी के खिलाड़ियों ने 33 पदक पर कब्जा जमाया। साथ ही राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 236 तथा राज्य-स्तरीय प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का 197 पदक जीतना भी उल्लेखनीय उपलब्धि रही।

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