भोपाल, अक्‍टूबर 2013/ प्रदेश में आदिवासी खिलाड़ियों ने वर्षभर के दौरान राष्ट्रीय-स्तर की विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में 7 स्वर्ण-पदक हासिल किये हैं। इसके अलावा इन प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों ने 6 रजत एवं 4 काँस्य-पदक भी जीते हैं। प्रदेश के 203 खिलाड़ी ने राष्ट्रीय-स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।

आदिम-जाति कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश में 22 खेल परिसर संचालित किये जा रहे हैं। इन खेल परिसर में आदिवासी वर्ग के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खेल विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस वर्ष शिक्षण सत्र से इंदौर, खरगोन, शहडोल, जबलपुर एवं श्योपुर में खेल परिसर प्रारंभ हुए हैं। इन खेल परिसर में फुटबाल, व्हाली-बाल, बॉस्केट-बाल, हेण्ड-बाल, खो-खो, कबड्डी एवं एथलेटिक्स खेल विधा में कोच द्वारा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विभागीय खेल परिसर में भारतीय खेल प्राधिकरण के मापदण्ड अनुसार सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

खेल परिसर में प्रशिक्षण ले रहे 1500 खिलाड़ी ने पिछले वर्ष राज्य-स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इन खिलाड़ी ने 189 स्वर्ण, 165 रजत एवं 107 काँस्य-पदक प्राप्त किये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित फुटबाल एवं हॉकी की राज्य-स्तरीय शालेय प्रतियोगिताओं में विभाग की टीम ने प्रथम स्थान हासिल कर 54 स्वर्ण-पदक प्राप्त किये हैं। यह टीम अक्टूबर में दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेगी।

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