भोपाल, अप्रैल 2015/ खाद्य आपूर्ति मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा है कि देश की आजादी के लिये गोंड राजाओं ने अपना बलिदान दिया है। उनके बलिदान और वीरता से जुड़ी ऐतिहासिक इमारतों का संरक्षण किया जायेगा। इसके लिये उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में जनजाति मंत्रालय द्वारा शुरू किये गये कार्यों की प्रशंसा की। इस मौके पर आदिवासी राजा हृदय शाह के शौर्य स्तम्भ के ध्वज का लोकार्पण भी किया। कुँवर विजय शाह मण्डला के रामनगर में दो-दिवसीय आदि उत्सव का समापन कर रहे थे।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में आदिवासी वर्ग की गौरवशाली परम्परा रही है। राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती और रानी अवंतीबाई जैसी गोंड शासकों ने वीरता का परिचय देते हुए अपनी जान गँवाई है। गोंड साम्राज्य के 52 गढ़ में से एक गढ़ मकढ़ाई के वंश से मेरा संबंध है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम में शामिल न हो पाने के कारण प्रतिनिधि के रूप में मुझे भेजा है। खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि आदिवासी वर्ग के जरूरतमंदों को राज्य सरकार की ओर से एक रुपये किलो गेहूँ एवं चावल उपलब्ध करवाया जा रहा है। 63 लाख आदिवासी परिवार को केरोसिन के लिये एक से 5 लीटर की कुप्पी नि:शुल्क उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा माडर्न स्टोर की तरह उचित मूल्य दुकानों पर रियायती दर पर कपड़ा, नोट-बुक, दाल आदि भी उपलब्ध रहेंगी।
आदिम-जाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह ने मण्डला अंचल के आदिवासी क्षेत्र के विकास के लिये एक करोड़ 60 लाख रुपये दिये जाने की घोषणा की। बताया कि इस राशि से रामनगर के चौगान की पेयजल व्यवस्था, सामुदायिक एवं सांस्कृतिक भवन एवं पहुँच मार्ग का कार्य किया जायेगा। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि हाल ही में केन्द्रीय जनजाति मंत्रालय द्वारा इस क्षेत्र के विकास के लिये 4 करोड़ रुपये दिये जाने की घोषणा की गई है। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों ने राय भगत की कोठी का अवलोकन किया। अतिथियों ने शिव-पूजन एवं गोंडकालीन पताका का ध्वजारोहण किया। दो-दिवसीय इस उत्सव में आदिवासी कलाकारों ने संगीत एवं नृत्य के कार्यक्रम प्रस्तुत किये।