भोपाल, सितम्बर 2015/ अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बनायें। इसके लिए बेहतर कार्ययोजना बनाने के लिए समिति का गठन करें। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात विश्वविद्यालय की साधारण परिषद् की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय श्रेष्ठ हिन्दी लिखने और बोलने वाले व्यक्ति तैयार करें।
विश्वविद्यालय के अधिनियम में आवश्यक संशोधन के लिए भी समिति गठित करें। परिषद् के सदस्य के सुझाव पर कहा कि विश्वविद्यालय के साहित्य में यथासंभव हिन्दी शब्दों का प्रयोग किया जाये। परिषद् के सदस्य जरूरी सुझाव कभी भी दे सकते हैं। इसके लिए बैठक का इंतजार नहीं करें। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी विशेषज्ञों की जरूरत पूरी करने की जिम्मेदारी भी विश्वविद्यालय की है।
बैठक में विभिन्न शहर में विश्वविद्यालय के अध्ययन केन्द्र स्थापित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति मोहनलाल छीपा ने बताया कि 60 विद्यार्थी से शुरूआत हुई थी, अब 800 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा के.के. सिंह, आयुक्त उमाकांत उमराव, विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति एवं परिषद् के सदस्य उपस्थित थे।