भोपाल, अगस्त 2013/ स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2013 से प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों के अंतर्गत शामिल गाँवों में क्रमबद्ध रूप से विशेष ग्राम सभाएँ होगी। राज्य शासन ने इस बारे में सभी जिला कलेक्टर और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश भेजे हैं। मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के प्रावधानों के अनुसार प्रत्येक त्रैमास में ग्राम सभा का आयोजन किया जाना अनिवार्य है। इसी सिलसिले में 15 अगस्त 2013 से सम्पूर्ण प्रदेश में विशेष ग्राम सभाओं का क्रमबद्ध आयोजन शुरू होगा। ग्राम सभा की सूचना ग्राम पंचायत कार्यालय के सूचना पटल और पंचायत क्षेत्र के मुख्य सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा करने के निर्देश दिये गये हैं। ग्राम सभा के आयोजन की सूचना ग्रामवासियों को देने के लिये पंचायत क्षेत्र के सभी गाँव में मुनादी भी करवाई जायेगी।
सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग डॉ0 राजेश राजोरा ने बताया कि इस बार ग्राम सभा में 10 महत्वपूर्ण बिन्दु पर चर्चा होगी। पंच-परमेश्वर योजना में ग्राम पंचायत को मिली राशि के उपयोग और योजना की प्रगति तथा पंचायत सशक्तिकरण एवं जवाबदेही प्रोत्साहन पुरस्कार योजना वर्ष 2013-14 के लिये प्रस्ताव भेजे जाने के संबध में भी बातचीत होगी।
इस बार ग्राम सभा में किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, निर्मल भारत अभियान (मर्यादा अभियान), मनरेगा अंतर्गत सेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट में शामिल नये कार्यों का ग्रामवासियों के समक्ष वाचन और अनुमोदन होगा और जॉब कार्ड एवं रोजगार की मॉग के बारे में चर्चा कर अनुमोदन किया जायेगा।
सद्-भावना दिवस 20 अगस्त को
राज्य शासन द्वारा 20 अगस्त को सद्-भावना दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही 20 अगस्त से 3 सितम्बर तक साम्प्रदायिक सौहार्द पखवाड़ा मनाया जायेगा। इसमें सभी धर्मों, भाषाओं और क्षेत्रों के लोग के बीच राष्ट्रीय एकता तथा साम्प्रदायिक सौहार्द की भावना उत्पन्न करने के लिए कार्यक्रम होंगे। सद्-भावना दिवस पर सभी शासकीय कार्यालयों में प्रात: 11 बजे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रतिज्ञा दिलवाई जायेगी।