इटारसी/ केंद्रीयकर्मियों के डीए फ्रीज करने, रेलवे में निगमीकरण एवं श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में आल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन एवं वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलायस यूनियन ने एक से छह जून तक देशव्यापी आंदोलन किया। उसके बाद सोमवार यानी 8 जून को काला दिवस मनाया गया। इटारसी में टीआरएस शेड के मुख्य द्वार पर कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर प्रर्दशन किया।
टीआरएस शाखा सचिव राजू यादव ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय भी कर्मचारियों ने आगे बढ़कर काम किया है उसके बाद भी सरकार ने महंगाई भत्ता रोकने का जो अमानवीय निर्णय लिया है वह निंदनीय है। मंडल उपाध्यक्ष जावेद खान ने कहा कि श्रम कानूनों में बदलाव कर सरकार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है।
टीआरएस अध्यक्ष सुरेश धूरिया ने कहा कि लाल झंडा यूनियन हमेशा कर्मचारियों के साथ है और हम आगे भी सरकार के इस तानाशाहीपूर्ण रवैये का विरोध करते रहेंगे। इस अवसर पर आर.के. राजोरिया, एन.एस. बघेल, एस. एन.गुर्जर, सज्जन यादव, सखा राम शर्मा, आर के पाण्डे, मुबारक अली, हरिशंकर साहू, अमित मिंज, तरुण शुक्ला, आकाश यादव, देवेन्द्र श्रीवास्तव, अजय आर्या, संतोष राजपूत, दीपा मेहरा, बिधा दास सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष कर्मचारी मौजूद थे।