आप लोग गांव जाते हो या नहीं? लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में बता रहे हो या नहीं? मुद्रा बैंक और गैस कनेक्शन जैसी सुविधाओं के बारे में लोगों से बात की या नहीं?…. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सवाल पर सवाल दागे जा रहे थे और सामने बैठे भाजपा सांसद बगलें झांक रहे थे।
इसी महीने मोदी सरकार को दो साल पूरे हो रहे हैं। अपनी सरकार के कामकाज का लेखजोखा जनता तक पहुंचाने के मकसद से प्रधानमंत्री ने मंगलवार को संसदीय दल की बैठक में भाजपा सांसदों से कई सवाल पूछे। कहा कि सरकार की उपलब्धियों को सही तरीके से आम लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। इसमें कोई कसर नहीं रहनी चाहिए। मोदी ने पूछा कि आप लोग गांवों में जाते हो? आज तक कितनी बार गांव गए हो और वहां के परिवेश में रहे हो? आप लोग सरकारी योजनाओं को आम जनता के बीच ले जा रहे हो या नहीं? यदि ऐसा नहीं कर रहे तो जनता को जानकारी कैसे होगी? हमने 3 करोड़ 18 लाख नए गैस कनेक्शन दिए हैं। मुद्रा बैंक से 3 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचा है। क्या आपने ये काम जनता को बताए? लोगों के बीच जाएं और उन्हें बताएं कि हमने कितना काम किया है।
यूपीए पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुरानी सरकार अपनी कमजोर योजनाओं का भी ढिंढोरा जमकर पीटती थी और लोग प्रभावित होते थे। आप कम से कम सही काम की जानकारी तो लोगों तक पहुंचाएं। ऊर्जा उत्सव मनाने की बात हुई थी, क्या हुआ उसका? किस-किस सांसद ने अपने क्षेत्र में ऊर्जा उत्सव मनाया। अगर आप लोग ही जनता को सरकार के काम नहीं बताएंगे तो हमारे कामों की जानकारी लोगों तक पहुंचेगी कैसे?
बैठक में अमित शाह, राजनाथ सिंह और लालकृष्ण आडवाणी सहित भाजपा के सभी बड़े नेता शामिल हुए। इससे पहले मार्च में हुई ऐसी ही बैठक में सांसद मोदी के सवालों का जवाब नहीं दे सके थे। सरकार की इस कवायद को अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के अहम घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है। मोदी ने अपने तीन मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल और जितेंद्र सिंह को सरकार के काम लोगों के बीच पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है।