उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के लिये शहर में 450 बिस्तरों के अस्पताल का निर्माण हो रहा है. अस्पताल में अंतर्राष्ट्रीय मानक के ऑपरेशन थियेटर तैयार किये जा रहे हैं.
अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर के निर्माण कार्य से जुड़े विशेषज्ञ राजीव मुंशी बताते हैं कि इस अस्पताल जैसे आधुनिक ऑपरेशन थियेटर प्रदेश में और कहीं नहीं हैं. उनका कहना है कि वे देश के 300 अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर का निर्माण करवा चुके हैं, लेकिन इस अस्पताल की तरह कोई भी ऑपरेशन थियेटर आज तक देश में नहीं बना है.
अस्पताल में गॉयनिक ओटी, ओबिस्टिक ओटी, टी.टी.एम.टी.टी. ओट., सेप्टिक ओटी और एक माइनर ओटी है. यह सभी अंतर्राष्ट्रीय-स्तर के ऑपरेशन थियेटर हैं.
क्यों हैं खास
-ऑपरेशन थियेटर में एलईडी की विभिन्न प्रकार की फ्लड लाइट का उपयोग किया जायेगा.
-ऑपरेशन थियेटर में तापमान और आद्रता बनाये रखने के लिये आधुनिक पैनल लगे होंगे.
-सर्जरी के लिये 2 प्रकार के पैनल बने होंगे, जो बाहर और अंदर दोनों ही ओर कार्य करने में सक्षम होंगे.
-पेंडेंट ऑपरेशन के लिये भी एनीस्थीसिया सहित सर्जिकल पेंडेंट भी मौजूद रहेंगे.
-इन सबके अलावा ऑपरेशन थियेटर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला मेडिकल गैस अलार्म पेनल भी होगा.
-ऑपरेशन थियेटर से ही अस्पताल के किसी भी हिस्से में टेलीफोन पर बात करने के लिये व्यवस्था रखी गयी है.
-अस्पताल के ऑपरेशन थियेटरों में उपयोग में आने वाली सामग्री विश्व-स्तरीय गुणवत्ता की है.
अस्पतालों में रहेगी 338 प्रकार की मेडिसिन
सिंहस्थ के दौरान स्वास्थ्य विभाग मेला क्षेत्र के 4 जोन में से प्रत्येक में 20-20 बिस्तरों के अस्पताल स्थापित करेगा. प्रत्येक अस्पताल में 47 व्यक्ति का स्टॉफ होगा. सेक्टर-स्तर पर 6-6 बिस्तर के अस्पताल होंगे.
श्रद्धालुओं के बीमार होने पर उनका ठीक ढंग से उपचार हो सके, इसके लिये अस्पतालों में 338 प्रकार की मेडिसिन उपलब्ध रहेगी. सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए 3 कॉर्डियक एम्बुलेंस इंदौर के विभिन्न चिकित्सा संस्थान द्वारा उपलब्ध करवायी जा रही हैं. मेला क्षेत्र में 62 एम्बुलेंस तैनात रहेंगी.