भोपाल, मई 2016/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में सपत्नीक भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। इसके बाद उन्होंने प्रवचन हॉल में सिंहस्थ के दौरान महाकाल मन्दिर में सेवा देने वाले समस्त सेवकों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत-अभिनन्दन किया। चौहान ने सेवकों से कहा कि उनके द्वारा इतनी सुन्दर व्यवस्था मन्दिर में की गई कि श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन आसानी से हुए। इस व्यवस्था से मैं स्वयं गदगद हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबकी कड़ी मेहनत से सिंहस्थ सफल हुआ है। उज्जैन में आए करोड़ों लोगों को आसानी से क्षिप्रा में स्नान का अवसर प्राप्त हुआ और मन्दिरों में दर्शन भी आसानी से हुए। यह सब भगवान महाकाल की कृपा से ही हुआ है, हम तो निमित्त मात्र हैं। पुजारी एवं पुरोहितों के द्वारा मुख्यमंत्री का शाल, श्रीफल एवं प्रतीक-चिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया।
स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन, केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष माखनसिंह, विधायक डॉ. मोहन यादव और उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल उपस्थित थे।