भोपाल, जून 2013/ चुनाव के मुहाने पर आंतरिक कलह से जूझ रही मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने आखिरकार एकता को मूलमंत्र बनाते हुए एक मंच पर आकर पहले अपने कार्यकर्ताओं और फिर प्रदेश की जनता को यह संदेश देने की कोशिश की वे सचमुच भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते हैं। एक दूसरे के हाथ में हाथ डालकर गर्मजोशी से फोटो खिंचवाते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने यह भी कहा कि वे पूरे मन से एकजुट हुए हैं और इसे दिखावा न समझा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा हेटट्रिक बनाने का सपना देख रही भाजपा का मंसूबा पूरा नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश की जनता भाजपा राज से तंग आ गई है और कांग्रेस ही उसे इस कुशासन से निजात दिला सकती है। भाजपा के नेता जनता के नाम पर स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस ने चुनावी समर में उतरने के लिए सौ दिन का एक्शन प्लान बनाने का भी फैसला किया।
प्रदेश कांग्रेस की नवगठित कार्यकारिणी की पहली बैठक के बाद कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी व अजय सिंह मीडिया जैसे दिग्गज नेता मीडिया से मुखातिब हुए तो सभी की कोशिश थी कि बाहर से तो कम से कम यही दिखे कि अंदर सबकुछ ठीकठाक है। सभी ने अपने चेहरे पर एकता का क्रीम लगाकर फोटो खिंचवाए। सवाल जवाब के दौरान हालांकि कई सवालों पर दिग्गज नेता इधर उधर होते दिखे। ये सवाल अंदरूनी कलह और कार्यकर्ताओं की आपसी खींचतान को लेकर थे। प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया बहुत कम बोले, ज्यादातर समय कमान कमलनाथ ने संभाली। प्रभारी महासचिव हरिप्रसाद ने कहा कि चुनाव के मद्देनजर मप्र में पार्टी की मजबूती व भावी रणनीति के बारे में विस्तार से बात हुई है और पार्टी जल्दी ही सारे कार्यक्रमों को लेकर जनता के बीच जाएगी।