सबलगढ़, जनवरी 2013/ अपने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाले शहीद श्री यशवीर सिंह के बलिदान पर पूरे प्रदेश को गर्व है। शहीदों की स्मृति में भोपाल में स्मारक बनाया जायेगा, जिससे देश की युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सके। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुरैना जिले के सबलगढ़ में कही। श्री चौहान शहीद श्री यशवीर सिंह के निवास पर उन्हें श्रद्धांजलि देने सबलगढ़ पहुँचे थे। उन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए परिवार को ढाँढस बंधाया। उन्होंने शहीद के पिता श्री हरदेव सिंह को 15 लाख रूपये की सम्मान निधि का चेक भेंट किया। इस अवसर पर शहीद के परिवार को 60X40 का आवासीय प्लाट देने तथा परिवार के सदस्य को नौकरी देने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर व क्षेत्रीय विधायक सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे। श्री चौहान ने शोकाकुल परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार शहीद के परिवार को हरसंभव मदद करने के लिए तत्पर है। यह बड़ी दुख की घड़ी है। इस शहर और प्रदेश ने अपना बेटा खोया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद के परिवार के एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दी जायेगी।
सबलगढ़ के नागरिक भी इस परिवार की देखरेख में अहम भूमिका निभायेंगे। चंबल क्षेत्र के लोग बहादुर है, जो दुश्मन का छाती खोलकर सीमा पर सामना करते हैं। उनमें से ही सबलगढ़ के यशवीर सिंह थे, जो नक्सलियों को मात देते रहे और आखिरी समय तक उनसे मुकाबला करते रहे। उन्होंने शहीद परिवार को 60X40 का आवासीय प्लाट मुरैना अथवा ग्वालियर में उपलब्ध करवाने के लिए आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री ने शहीद श्री यशवीर सिंह की पुत्री 20 वर्षीय नम्रता, 16 वर्षीय शिवानी और 12 वर्षीय पुत्र विनायक को दुलार किया। उन्होंने नम्रता एवं शिवानी को बेहतर शिक्षा दिलाये जाने की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।