नई दिल्ली/ भोपाल, दिसंबर 2012/ पूर्व राष्ट्रपति डा. शंकर दयाल शर्मा की 13वीं पुण्य-तिथि पर नई दिल्ली में उनकी समाधि कर्म-भूमि पर सर्वधर्म एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने स्वर्गीय डा. शंकर दयाल शर्मा की समाधि पर पुष्प अर्पित किये और प्रार्थना सभा में भाग लिया।
मध्यप्रदेश सरकार की ओर से चिकित्सा शिक्षा मंत्री अनूप मिश्रा ने आगंतुकों की अगवानी की और डा. शर्मा की समाधि पर पुष्प अर्पित किये। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की ओर से पुष्प-चक्र अर्पित किया गया।
इस अवसर पर डा. शंकर दयाल शर्मा की धर्मपत्नी श्रीमती विमला शर्मा, पुत्र आशुतोष दयाल शर्मा एवं परिवार के अन्य सदस्य, मध्यप्रदेश शासन की दिल्ली स्थित आवासीय आयुक्त श्रीमती स्नेहलता कुमार, अपर आयुक्त प्रकाश उन्हाले और एल.के.एस. चौहान भी मौजूद थे। एक घंटे के इस कार्यक्रम में भजन गायन चलता रहा।
भोपाल में राज्यपाल राम नरेश यादव ने पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की पुण्यतिथि पर यहाँ स्थानीय रेतघाट स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुष्प अर्पित किये। श्री यादव ने डॉ. शर्मा का पुण्य-स्मरण करते हुए कहा कि वे मध्यप्रदेश के पहले ऐसे व्यक्ति थे जो अपनी विद्वता, सुदीर्घ राजनीतिक समझ-बूझ, समर्पण और देश प्रेम के बल पर राष्ट्रपति बने। राज्यपाल ने स्वतंत्रता संग्राम में डॉ. शर्मा के योगदान को भी प्रमुखता से रेखांकित किया। डॉ. शर्मा ने शिक्षा, विधि, सार्वजनिक निर्माण कार्य, उद्योग तथा वाणिज्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। युवा पीढ़ी को उनके सिद्धांतों और आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर और नगर निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा और बड़ी संख्या में डॉ. शर्मा के अनुयायी उपस्थित थे। इस दौरान प्रतिमा-स्थल पर रामधुन और भजनों का आयोजन किया गया।