भोपाल/ मध्यप्रदेश का चुनाव प्रचार बुधवार शाम थम गया। लेकिन इस पूरी अवधि में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जिस धुंआधार तरीके से चुनाव प्रचार किया उसने सबको सबके पीछे छोड दिया। चुनावी पिच पर शिवराज सिंह चौहान जिस तरह दौड़े उससे हर कोई हतप्रभ है। उन्होंने एक दिन में 10 से 12 सभाएं, रोड शो, जनता से मुलाकातें कीं। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में हर विधानसभा क्षेत्र से उनकी सभाओं की लगातार मांग आती रहीं।
चुनावी सभाओं के शिवराज सिंह की संवेदनशीलता देखते ही बनी। वे सभाओं में मुख्यमंत्री के रूप में नहीं एक साधारण कार्यकर्ता की तरह पहुंचे और लोगों से घुल मिल गए। इतनी व्यस्तता के बावजूद एकदम तरोताजा नजर आने के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया- मेरी शक्ति का केंद्र मेरी जनता है, प्रदेश मेरा मन्दिर और जनता मेरी भगवान है। अपनी सुरक्षा व्यवस्था को तोड़कर वे बहनों के बीच गए। वहीं माताएं-बहनें उनकी एक झलक पाने और उनसे मिलने के लिए उत्साहित दिखीं।
धनतेरस, दीपावली और भाईदूज जनता के बीच
इस बार शिवराज सिंह चौहान ने दीपावली, धनतेरस, भाईदूज जैसे त्योहार जनता के साथ जनता के बीच ही मनाए। धनतेरस पर बहनों के साथ खरीदारी की तो दीपावली पर भी सैंकड़ों लाड़ली बहनों के साथ दीपोत्सव मनाया। दीपावली के दिन जहां 4 सभाओं को संबोधित किया, वहीं, धनतेरस के दिन 11 सभाओं को। भाईदूज का पावन पर्व उन्होंने अपनी लाड़ली बहनों के साथ ही मनाया। इस दौरान बहनों ने अपने लाड़ले भैया शिवराज की आरती उतारी, माथा चूमा और मुंह मीठा करवाया। सीएम ने भी बहनों के पैर छूंकर उनका आशीर्वाद लिया। बहनों के साथ भाईदूज का सा ये नज़ारा हर सभा में देखने को मिला।
प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री की ऊर्जा देखते ही बनी। उन्होंने 18-18 घंटे काम किया। दिन की शुरूआत सुबह करीब 5 बजे होती। व्यस्तताएं इतनी ज्यादा रहीं कि खाना भी हेलीकॉप्टर में ही खाया। देर रात तक चलने वाले रोड शो के बाद कई विधानसभाओं में मुख्यमंत्री ने रात्रि विश्राम किया। कहीं बहनों के साथ भोजन तो कहीं भजन और गीत गाते नजर आए। सभाओं में देरी न हो इसलिए सभा समाप्त होते ही दूसरी सभा के लिए दौड़ लगाकर हेलिकॉप्टर तक पहुचते।
मुख्यमंत्री सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। कई बहनें भैया शिवराज के लिए घर से खाना बना कर ला रही थीं तो कई चुनाव लड़ने के लिए पैसे भी दे रही थीं। किसी बहन ने नज़र उतारी तो किसी ने अंगूठी पहनाकर प्यार लुटाया। एक बहन ने तो अपनी पहली फसल भेंट कर दी।
चुनाव आचार संहिता से पहले 15 जुलाई से 14 अगस्त तक चले विकास पर्व के दौरान भी शिवराज सिंह चौहान ने 30 विधानसभा क्षेत्रों में सभाएं कीं। इस दौरान हजारों करोड़ रुपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। 3 अप्रैल 2023 से 4 अक्टूबर 2023 तक वे 53 विधानसभाओं में आयोजित महिला सम्मेलन में भी पहुंचे। इस तरह पिछले पांच महीनों में मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश की लगभग हर विधानसभा को कवर किया।