भोपाल (ब्यूरो)। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व प्रमुख केसी सुदर्शन और शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे सहित अन्य नेताओं के निधन पर श्रद्धांजलि और दो मिनट का मौन रखने के बाद सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
सत्र की कार्रवाई शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने गुजराल सहित कोई आधा दर्जन दिवंगत नेताओं के निधन का उल्लेख करते हुए उनके व्यक्तिव और कृतित्व पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल जन्मजात देशभक्त थे। वे विदेश नीति के गहरे जानकार होने के साथ मूर्धन्य व्यक्ति के थे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री विलासराव देशमुख हरदिल अजीज थे। काशीराम राणा गुजरात के लोकप्रिय नेता और येरननायडू दक्षिण भारत के प्रमुख नेताओं के रूप में उभरे थे। केसी पंत को उन्होंने आर्थिक मामलों का जानकार बताया। संघ प्रमुख केसी सुर्दशन को स्वदेशी का पक्षधर और शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे को योद्धा राजनेता कहा। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री गुजराल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के करीबी सहयोगी थे। उनके द्वारा विदेश नीति में क्रियान्वित किए गए फार्मूले आज भी अमल में लाए जा रहे हैं। डॉ.वर्गीज कुरियन को उन्होंने यदाकदा जन्म लेने वाला व्यक्ति बताया। रामलखन पटेल, पारस सखलेचा, महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा और गिरीश गौतम ने भी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी।