रचना संसारहेडलाइन शुभरात्रि कविता By मध्यमत - 0 62 FacebookTwitterPinterestWhatsApp जो पुल बनाएँगे वे अनिवार्यत: पीछे रह जाएँगे। सेनाएँ हो जाएँगी पार मारे जाएँगे रावण जयी होंगे राम, जो निर्माता रहे इतिहास में वे बन्दर कहलाएँगे। – अज्ञेय