भोपाल, नवंबर 2012/ राजधानी के साईबाबा नगर में 18 तथा 19 नवंबर की दरम्यानी रात में हुई ओवर हेड टैंक दुर्घटना की तकनीकी जाँच प्रमुख अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति करेगी । राज्य सरकार द्वारा गठित इस समिति में मुख्य अभियंता, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग भोपाल और मुख्य अभियंता चम्बल-बेतवा कछार, जल संसाधन, भोपाल शामिल रहेंगे । समिति के लिए जाँच के बिंदु/विषय होंगे –
घटना/हादसे के क्या-क्या कारण हैं ?
इस प्रकार के हादसों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए क्या-क्या सावधानियाँ रखनी आवश्यक हैं?
पेयजल परियोजनाओं के अंतर्गत निर्मित ओवर हेड टैंकों के इर्द-गिर्द कितनी दूरी तक रिहायशी अथवा अन्य बसाहटें नहीं होनी चाहिए ?
जाँच समिति हादसे के कारणों की जाँच के साथ-साथ पेयजल परियोजनाओं के अंतर्गत ओवर हेड टैंकों के निर्माण के समय पर्यवेक्षण, निर्माण के बाद रख-रखाव तथा सामान्य आयु पूरी होने पर रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियाँ तथा निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण के लिए मार्गदर्शिका भी प्रस्तुत करेगी।
जाँच समिति इन विषयों/बिंदुओं पर अपना प्रतिवेदन 30 दिवस में शासन के समक्ष प्रस्तुत करेगी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने बीती रात सांई बाबा नगर बस्ती में पानी की टंकी गिरने की घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने घटना में घायलों को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रूपये, गंभीर घायलों को 50 हजार तथा साधारण घायलों को 25 हजार रूपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।