गजब तराजू है भाई सरकार का !!! 77 साल की उम्र, 50 साल से अधिक की साहित्य साधना और दर्जनों चर्चित रचनाओं के रचयिता नरेंद्र कोहली को भी पद्मश्री और 28 साल की उम्र, दस साल का कॅरियर वाले विराट कोहली को भी पद्मश्री। विराट को सम्मानित किए जाने पर मुझे भी खुशी है, लेकिन नरेंद्र कोहली जी का यह सम्मान (?) मैं पचा नहीं पा रहा हूं। इतने सालों की साहित्य साधना और आपके ही विचार का समर्थन करने वाले हिन्दी के इस मूर्धन्य लेखक के सम्मान की सीढ़ी क्या कम से कम पद्म भूषण से शुरू नहीं होनी चाहिये थी?