भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खण्डवा जिले के ग्राम दोगलिया में श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना की सभी इकाइयों का अवलोकन किया और कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि परियोजना के कार्यों को हर हालत में निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाये। समीक्षा बैठक में बताया गया कि परियोजना की प्रथम इकाई 31 मार्च, 2013 तक तथा दूसरी इकाई 15 अगस्त, 2013 से 600-600 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू कर देंगी। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री विजय शाह तथा संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने बैतूल जिले के सारणी थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट के कार्यों की भी समीक्षा की। समीक्षा में बताया गया कि इस प्रोजेक्ट की भी दोनों निर्माणाधीन इकाई जनवरी, 2013 और मई, 2013 से 500 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू कर देंगी। इस प्रकार सिंगाजी और सारणी परियोजना द्वारा वर्ष 2013 में 1700 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू हो जायेगा।
मुख्यमंत्री ने सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के 400/200 के.व्ही. स्विच कन्ट्रोल-रूम का लोकार्पण तथा टर्बाइन यूनिट-1 के एल.पी. रोस्टर सेक्शन का भूमि-पूजन किया। सिंगाजी परियोजना का क्रियान्वयन मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कम्पनी द्वारा दो चरण में किया जा रहा है। प्रथम चरण में 67 अरब 50 करोड़ रुपये की लागत से दो इकाइयों में 1200 मेगावॉट बिजली उत्पादन किया जायेगा।