मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में 14 अप्रैल से ‘ग्राम उदय से भारत उदय” अभियान का संचालन
राज्य स्तर से ग्राम स्तर तक किया जाएगा। अभियान सामाजिक सौहार्द और समरसता बढ़ाने, पंचायत राज प्रणाली को मजबूत बनाने,
ग्राम विकास और किसान-कल्याण तथा ग्राम पंचायत विकास योजनाओं में लोगों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से संचालित किया जा
रहा है। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल डॉ. अम्बेडकर जयंती से आरंभ हो रहे इस कार्यक्रम के समस्त घटक का ग्राम स्तर तक क्रियान्वयन
सुनिश्चित करने के लिए सघन प्रशिक्षण तथा सतत मॉनीटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। श्री डिसा आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के
जरिये जिला कलेक्टर्स से चर्चा कर प्रथम उन्मुखीकरण मार्गदर्शन दे रहे थे।
कान्फ्रेंसिंग में बताया गया कि अभियान की शुरूआत डॉ. अम्बेडकर की 125वीं जयंती-14 अप्रैल को होगा। राज्य-स्तरीय कार्यक्रम महू में
किया जा रहा है। जिला तथा ग्राम स्तर पर भी स्मृति सभाएँ एवं संगोष्ठी सभाएँ की जायेगी। इसके बाद 15 अप्रैल से 23 मई तक ग्राम
पंचायत स्तर पर सघन ग्राम सभा का आयोजन होगा जिसमें हितग्राहीमूलक योजनाओं तथा कृषि कार्य-योजना और ग्राम पंचायत विकास
योजना पर कार्य होगा। आगामी 20 अप्रैल से 22 मई की अवधि में ग्राम सभा में हितग्राहीमूलक योजना तथा राजस्व मामलों के आवेदनों
का ग्राम, जनपद तथा जिला स्तर पर निराकरण संबंधी कार्यवाही की जाएगी। आगामी 23 से 31 मई के मध्य ग्राम संसद में प्राप्त आवेदन
पर की गई कार्यवाही का प्रस्तुतिकरण ग्राम पंचायत स्तर पर किया जाएगा। इस अवधि में राज्य-स्तरीय युवा उद्यमी सम्मेलन तथा महिला
स्व- सहायता सम्मेलन भी किए जाएंगे।
ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम संसद में शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ ग्राम पंचायत की पाँच वर्षीय विकास कार्य-योजना बनाई
जाएगी। ग्राम पंचायत की परिसंपत्तियों और हितग्राहीमूलक योजना में पात्रता के सत्यापन संबंधी कार्यवाही की जाएगी। इस अवधि में
समग्र डाटाबेस तथा आधार पंजीयन पर भी विशेष कार्य होगा। ग्राम संसद में दिव्यांगों की पहचान तथा उन्हें आवश्यक उपकरण वितरण
शिविर का आयोजन होगा। मुख्य सचिव ने कहा कि अभियान में राजस्व प्रकरण निराकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
अभियान के परिणाममूलक संचालन के लिए जिला स्तर से क्लस्टर-जोन स्तर पर पर्यवेक्षण दल गठित किए जा रहे हैं। पाँच से सात
अप्रैल के बीच संभाग स्तर पर विशेष प्रशिक्षण शिविर किए जाएंगे। मुख्य सचिव श्री डिसा ने कहा कि जिला कलेक्टर्स इस व्यापक
अभियान में अपने जिले की प्राथमिकताएँ, स्थानीय जरूरतें परिस्थिति के अनुसार स्वयं तय करें। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में किसान-कल्याण,
स्कूल शिक्षा, खाद्य, जल संसाधन, महिला-बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान में संचालित कार्यक्रम की जानकारी भी दी गई।
मुख्य सचिव ने अभियान को महत्वाकांक्षी विचार बताया। अभियान में गाँवों के समग्र विकास की कल्पना को साकार करने वाले कार्यक्रमों
के बेहतर क्रियान्वयन पर फोकस रहेगा।
अभियान के दौरान ‘स्कूल चलें हम’ अभियान की तैयारी, शाला विकास योजना, छात्रवृत्ति वितरण, राशन कार्ड में पात्र सदस्यों को जोड़े
जाने, कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी देने और योजना से जुड़ने के लिए निर्धारित प्रक्रिया से अवगत करवाने, पशु
स्वास्थ्य शिविर, आँगनवाड़ी चलो अभियान के प्रचार-प्रसार और सुपोषण अभियान की गतिविधियाँ भी होंगी। गाँवों में महिला स्व-सहायता
एवं युवा उद्यमी सम्मलेन भी होंगे। महिला स्वास्थ्य शिविर की जिला, अनुभाग और विकासखंड स्तर पर नियमित समीक्षा होगी। विशेषकर
हाई एनीमिया से ग्रामीण महिलाओं के बचाव और उन्हें प्रति बुधवार को रोशनी क्लीनिक की सुविधा से अवगत और लाभान्वित करने का
कार्य मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता करेंगे।
जलाभिषेक अभियान
अभियान में जल-संरचनाओं के भौतिक सत्यापन की कार्यवाही होगी। मुख्य सचिव ने कलेक्टर्स को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के
निर्देश से अवगत करवाते हुए कहा कि अभियान में जलाभिषेक अभियान के कार्य भी संपादित किए जाएं। ग्रामीण जल-संरचनाओं की
मरम्मत एवं रख-रखाव के कार्य भी हाथ में लिए जाएं।
अभियान का विस्तृत प्रतिवेदन प्रत्येक कलेक्टर को प्रस्तुत करना होगा। मुख्य सचिव श्री डिसा ने बताया कि जून माह में राजधानी में
कलेक्टर्स कान्फ्रेंस होगी, जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी शामिल रहेंगे। कान्फ्रेंस में अभियान की जिलावार प्रस्तुति होगी। मुख्यमंत्री
श्री चौहान सहित राज्य मंत्री-मंडल के सदस्य जिलों में क्रियान्वित अभियान से अवगत होंगे।