270216n29

 

आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिये प्रदेश में ‘सावित्री बाई फुले’ स्व-सहायता समूहों का गठन किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ग्वालियर में महात्मा ज्योति बा फुले की मूर्ति का अनावरण करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि दलित और पिछड़ों के हितों के लिये अपना जीवन समर्पित करने वाले महात्मा फुले के बताये मार्ग पर चलते हुए राज्य सरकार भी इस वर्ग के कल्याण के लिये कृत-संकल्पित है।

 

इस मौके पर महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक सर्वश्री नारायण सिंह, जयभान सिंह पवैया, भारत सिंह कुशवाह उपस्थित थे।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने दलित सेवा और विशेषकर महिला शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये। उन्होंने नारी शिक्षा की अलख की शुरूआत अपने घर से करते हुए अपनी पत्नी श्रीमती सावित्री बाई फुले को सर्वप्रथम शिक्षित बनाना प्रारंभ किया। उन्होंने वर्ष 1854 में लड़कियों के लिये पहला विद्यालय प्रारंभ किया।

 

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के मूल सिद्धांत को अपनाया है। उन्होंने कहा कि सरकार कमजोर वर्ग के कल्याण के लिये निरंतर प्रयासरत है। वर्ष 2022 तक प्रत्येक गरीब को मकान और आवासीय पट्टे देने का लक्ष्य है। बहन-बेटियों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिये लाड़ली लक्ष्मी से लेकर कन्या शिक्षा, कन्यादान जैसी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। स्थानीय संस्थाओं में 50 प्रतिशत और शासकीय नौकरियों में विशेषकर पुलिस में 33 प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिये आरक्षित किए गए हैं।

 

केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर शहर में लम्बे समय से महात्मा फुले की प्रतिमा की माँग की जा रही थी, जो अब पूरी हो गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here