वेट लिफ्टिंग में भारत का नाम रोशन करने के लिए जी तोड़ मेहनत करने वाली एक युवती का हुनर गरीबी और संसाधनों के अभाव में दबता जा रहा है. कई मिन्नतों के बाद भी अब तक उसे सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है.
इंदौर के कृष्णबाग कॉलोनी में रहने वाली सरगम चौहान वेट लिफ्टिंग और पावर लिफ्टिंग में कई खिताब अपने नाम कर चुकी है लेकिन अब उसे राष्ट्रीय स्तर की कॉम्पिटिशन के लिए संसाधनों के अभाव से जूझना पड़ रहा है.
हालात ये बन गए हैं कि उसे कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में अपनी शिकायत लेकर जाना पड़ा. महिला खिलाड़ी का कहना है कि उसकी आर्थिक हालत ठीक नहीं है.
प्रेक्टिस करने के लिए उसे किट की जरूरत है जिसकी कीमत करीब 40 से 50 हजार रुपए है. इसके लिए वो शिक्षा विभाग और खेल विभाग से गुहार लगा चुकी है लेकिन कोई भी उसकी मदद नहीं कर रहा है.
सरगम का कहना है कि महिला खिलाड़ी इस खेल में भारत को आगे ले जाने की चाह तो रखती हैं लेकिन सरकार संसाधन मुहैया नहीं कराती जिससे कई खिलाड़ी दूसरे खेलों की ओर रूख कर लेते हैं.
हालांकि जनसुनवाई में आई शिकायत के बाद कलेक्टर पी. नरहरि ने सरगम को रेड क्रॉस सोसायटी की मदद से किट उपलब्ध कराने की बात कही है.