ब्रिटेन की एक जांच रिपोर्ट ने रूस के पूर्व जासूस एलेक्ज़ेंडर लितविनेनको के कत्ल में राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का हाथ होने की ‘आशंका’ जताई है.
2006 में लंदन के एक अस्पताल में पूर्व केजीबी एजेंट एलेक्जेंडर लिटविनेंको कि रेडियोधर्मी विषाक्तता से मौत हो गयी थी. माना जाता है कि उन्हें यह रेडियोधर्मी पदार्थ चाय में मिलाकर दिया गया था.
एक लंबी रिपोर्ट में जज रोबर्ट ओवन ने कहा कि यह हत्या रूस की सुरक्षा एजेंसी एफएसबी के कहने पर हुई है और ‘शायद’ इस ऑपरेशन को पुतिन की अनुमति से ही अंजाम दिया गया है.
हालांकि मॉस्को शुरू से ही लितविनेनको की हत्या में किसी भी तरह के संबंध को नकारता आया है. यहां तक की उसने दो अहम संदिग्ध एंड्री लुगोवोई और मिट्री कोवटुन की पहचान करने से भी इंकार कर दिया था
एफएसबी से ‘गद्दारी’
लितविनेनको रुस की सरकार के कड़े आलोचक थे और भ्रष्टाचार के मामले में सरकार के खिलाफ जांच कर रहे थे. वह साल 2000 में रूस से भागकर ब्रिटेन आ गए थे और तभी से वह कहते आ रहे थे कि पुतिन का सुनियोजित अपराध जगत से संबंध है. ओवन ने कहा कि लितविनेनको को एफएसबी से ‘गद्दारी’ के लिए जाना जाता था और रूस की संस्थाओं और कई शख्सियतों के पास लितविनेनको का कत्ल करने की कई ताकतवर वजहें मौजूद थीं.