भोपाल, जनवरी 2016/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समृद्धि और विकास के लिये बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति होना पहली शर्त है। अपने निवास पर भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस बलों में से एक है। इसकी गौरवशाली परंपरा है। कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में आ रही सभी चुनौतियों का सफलता के साथ सामना करते हुए नक्सलवाद और डाकुओं की समस्या पर कठोर नियंत्रण किया गया है।

श्री चौहान ने कहा कि पुलिस सेवा में आना सिर्फ नौकरी मात्र नहीं है, यह देश भक्ति और जनसेवा का रास्ता है। उन्होंने प्रशिक्षु आधिकारियों का आव्हान किया कि वे कानून का पालन करने वाले नागरिकों की रक्षा करें और कानून तोड़ने वाले अपराधियों से सख्ती से पेश आएं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सामुदायिक पुलिस जैसी अभिनव पहल की है, जिसे जिलों में सफलता मिली है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे आम लोगों से लगातार संवाद बनाये रखे। अपने कार्यक्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों का अध्ययन करें। समाज में घुले-मिले ताकि आपराधिक प्रवृत्तियों की पहचान हो सके। सोशल मीडिया के दुरूपयोग के प्रति सचेत रहे। अपराधियों से सख्ती बरतें। पहले कार्रवाई करे, बाद में सूचित करें। अपराधी देश और समाज के दुश्मन है। उन्होंने कहा कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था में जनता द्वारा चुने गये प्रतिनिधियों का सामाजिक प्रभुत्व होता है। बिना किसी अहं के उनसे लगातार संवाद एवं सम्मान करें और उनका सहयोग लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता और काम करने का जज्बा जनसेवा की इस नौकरी में अनिवार्य है। हमेशा सकारात्मक सोच के साथ काम करें। इससे आंतरिक शक्ति मिलती है। नैतिक बल मिलता है। अपने कर्तव्यों को सर्वश्रेष्ठ प्रयासों और तरीकों से निभायें।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक सुरेंद्र सिंह, विशेष पुलिस महानिदेशक गुप्तावार्ता सरबजीत सिंह मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. राजीव टंडन उपस्थित थे।

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