भोपाल, दिसम्बर 2015/ ”सर्वधर्म समभाव” की परंपरा को आगे बढ़ाते हुये मुख्यमंत्री निवास पर आज क्रिसमस का पवित्र पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। क्रिसमस कैरोल से मुख्यमंत्री निवास प्रांगण गूंज उठा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उनकी पत्नी साधना सिंह प्रभु मसीह के जन्मोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने केक काटा और क्रिसमस की बधाईयां दी। उल्लेखनीय है कि श्री चौहान ने सभी धर्मों के प्रमुख धार्मिक उत्सवों एवं त्यौहारों को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित करने की परम्परा की शुरूआत की है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि शांति, सद्भाव, भाईचारा, दया और प्रेम से परिपूर्ण समाज का निर्माण करने के लिए यीशु के उद्देश्यों को अमल में लाने की जरूरत है। प्रेम और शांति का मार्ग ही मानवता की रक्षा कर सकता है और आतंकवाद मुक्त समाज बना सकता है। अंधेरे को कोसने के बजाय उजियारा करना ज्यादा बेहतर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं को मानवता का सेवक माना है और इसी भावना के साथ प्रदेश के पुनर्निमाण में लगे हैं।

आर्च बिशप लिओ कार्नोलियो ने कहा कि यीशु ने सिखाया कि सीधे सच्चे सरल बनो। प्रभु मानव पर अटूट विश्वास करते है। आज मानव समाज को ज्यादा उदार होने की जरुरत है। प्रेम, शांति और सेवा दया की सबसे ज्यादा जरुरत है।

मुख्यमंत्री ने लियो कार्नेलिओ को आल इंडिया कौंसिल ऑफ़ ह्यूमन राइट्स द्वारा मानव अधिकारों के सेवक के रूप में सम्मानित होने पर प्रदेश के नागरिको की ओर से अभिनन्दन किया। ईसाई समुदाय ने अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं लागू करने के लिए मुख्यमंत्री का सम्मान किया और उनके यशस्वी जीवन के लिए विशेष प्रार्थना की।

प्रभु यीशु मसीह के जन्म की कहानियों और उनकी शिक्षाओं पर आधारित नाटिकाओं का मंचन भी किया गया। मुख्यमंत्री निवास प्रांगण क्रिसमस कैरोल से गूंज उठा।

इस अवसर पर झाबुआ के बिशप बेसिल भूरिया, इंदौर के बिशप डॉ. चाको थोटमरिकल, उज्जैन के बिशप डॉ. सेबस्टियन वाडाकेल, जबलपुर के बिशप डॉ. प्रेमचंद सिंह रोबर्ट अली और बड़ी संख्या में प्रदेश से आए मसीह समाज के सदस्य उपस्थित थे।

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