भोपाल, नवम्बर 2015/ सहकारी क्षेत्र में क्षमता विकास कार्यक्रमों से आर्थिक एवं सामाजिक प्रक्रिया तेज होगी तथा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह बात 62वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के शुभारंभ पर राज्य-स्तरीय सहकारी सम्मेलन में वक्ताओं ने कही। प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजित केसरी ने कहा कि सहकारिता के अंशधारक ही उसके मालिक होते हैं। इनके प्रति सहकारी प्रबंधन को जवाबदेह होना चाहिए।
सहकारिता में सूचना का प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने के लिये वेबपोर्टल ई-कोऑपरेटिव बनाया गया है। सहकारी प्रबंध संस्थान के निदेशक डॉ. ए.के. अस्थाना, श्री एच.सी. शर्मा एवं मंजू शर्मा ने ‘कौशल विकास और रोजगार’ पर व्याख्यान दिया।
सम्मेलन में सहकारी समाचार के सहकारी सप्ताह विशेषांक का विमोचन किया गया। उत्कृष्ट कार्य के लिये वर्ल्ड वीजन की श्रीमती थामस तथा बी.एच.ई.ई. थ्रिफ्ट एण्ड क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी भेल के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र यादव को शॉल-श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।